Adi Kailash Yatra : दूसरे चरण में सीमित होंगे इनर लाइन परमिट, बढ़ेगी तैयारी की चुनौती
मौसम की अनिश्चितता के मद्देनजर ऊपरी धारचूला क्षेत्र में इस बार आदि कैलाश यात्रा के दूसरे चरण में श्रद्धालुओं के लिए सीमित संख्या में ‘इनर लाइन परमिट' जारी किए जाएंगे। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
धारचूला के प्रभारी उपजिलाधिकारी मंजीत सिंह ने कहा कि हमने उन्हीं श्रद्धालुओं के लिए इनर लाइन परमिट जारी करने का निर्णय लिया है जो पूर्व में हुई घोषणा के अनुसार 15 सितंबर से आदि कैलाश यात्रा के दूसरे चरण के शुरू होने की उम्मीद में धारचूला पहुंच गए हैं। उपजिलाधिकारी के अनुसार, देश भर से 400 से अधिक आदि कैलाश श्रद्धालु धारचूला पहुंच चुके हैं।
उन्होंने कहा कि हमने टूर आपरेटरों से अनुरोध किया है कि वे 20 सितंबर से पहले श्रद्धालुओं को न बुलाएं। गुंजी जाने वाली सड़क की कुलगाड़ और दोबाट में संवेदनशीलता को देखते हुए, हमने धारचूला के इस हिस्से में काम करने वाली निर्माण कंपनियों को इन स्थानों पर पर्याप्त मशीनरी की व्यवस्था करने को कहा है। ताकि भूस्खलन के कारण सड़क बंद होने की स्थिति में इसे जल्दी खोला जा सके।
धारचूला टूर आपरेटरों और टैक्सी यूनियन के अधिकारियों के साथ बैठक में प्रशासन द्वारा तय किए गए कार्यक्रम के अनुसार, गुंजी की तरफ जाने वाले वाहन सुबह 10 बजे के बाद यात्रा शुरू करेंगे। शाम 4 बजे के बाद किसी वाहन को प्रस्थान नहीं जाने दिया जाएगा। इसी प्रकार गुंजी से धारचूला जाने वाले वाहन भी सुबह 10 से शाम चार बजे के बीच ही प्रस्थान करेंगे।
इस साल 30 मई से 7 जुलाई तक यात्रा के पहले चरण में कुल 23,532 श्रद्धालु आदि कैलाश के दर्शन कर चुके हैं। पिछले साल 31,000 तीर्थयात्रियों ने आदि कैलाश और ओम पर्वत की तीर्थयात्रा की थी।