हिंदुस्तान-तिब्बत मार्ग पर यातायात बहाल
भारी बर्फबारी के बाद शिमला की सड़कों पर बर्फ जम जाने के कारण हुई फिसलन पर, शुक्रवार को चलते हुए एक महिला संतुलन न रख पाने से फिसल कर गिर गयी। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों के दौरान प्रदेश में हिमपात होने की संभावना जतायी है। -अमित कंवर
शिमला, 13 जनवरी (निस)। हिमाचल प्रदेश में लगातार दूसरे दिन धूप खिलने से लोगों ने कड़ाके की ठंड से राहत की सांस ली है। मौसम में आए इस ताजा बदलाव से राज्य में अधिकतम तापमान में हल्की वृद्धि दर्ज की गई है। हालांकि राज्य के मध्यम और अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में चल रही तेज बर्फीली हवाओं से लोगों को अभी भी अधिकांश समय घरों में और हीटर के आगे बिताना पड़ रहा है।
राज्य का जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति इस समय सबसे अधिक ठंडा है। जिला मुख्यालय केलांग में आज न्यूनतम तापमान -14.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जिले में कई ऊंचाई वाले स्थानों पर न्यूनतम तापमान शून्य से 20 से 30 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया है और जिले में पानी के सभी स्रोत जम गये हैं।
उधर, किन्नौर जिला में भी भारी ठंड का दौर जारी है। कल्पा में आज न्यूनतम तापमान -6 डिग्री सेल्सियस रहा। इन दोनों ही जिलों में धूप खिलने और तेज बर्फीली हवाएं चलने से हिमस्खलन का खतरा बना हुआ है तथा स्थानीय प्रशासन ने लोगों को घरों से बाहर निकलते वक्त एहतियात बरतने को कहा है।
इस बीच पिछले एक सप्ताह से बंद नारकंडा होकर जाने वाला हिंदुस्तान तिब्बत मार्ग आज यातायात के लिए खोल दिया गया। राज्य पथ परिवहन निगम ने इस मार्ग पर आज से अधिकारिक तौर पर बसें चलाना आरम्भ कर दिया है। हालांकि रोहडू और चौपाल को जाने वाली सड़के अभी भी बंद हैं। ठियोग हाटकोटी सड़़क के खड़ापत्थर में कल तक खुल जाने की की सम्भावना है। इस सड़क पर अभी तक कोटखाई तक ही यातायात बहाल हो पाया है। शिमला से मशोवरा होकर तत्तापानी जाने वाली सड़क पर भी आज यातायात बहाल कर दिया गया। हालांकि शिमला जिला के भीतरी इलाकों में अधिकांश सम्पर्क मार्ग अभी भी बंद है और कई स्थानों पर बिजली आपूर्ति बाधित है।
राजधानी शिमला में सरकूलर रोड पर आज यातायात सामान्य हो गया है। हालांकि विक्ट्री टनल से लक्कड़ बाजार होकर संजौली जाने वाली सड़क पर अत्यधिक फिसलन के कारण अभी एक तरफा यातायात ही चलाया जा रहा है। शहर की रिज से आईजीएमसी होकर संजौली जाने वाली सड़क पर फिसलन की अत्यधिक समस्या ज्यों की ज्यों बनी है जिस कारण मरीजों को पैदल ही अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है। यहां तक कि नगर निगम शिमला अभी रिज और मालरोड़ से भी बर्फ न हटा पाया है और न ही यहां सड़क पर रेत डाल पाया है।
शहर के लक्कड़ बाजार, जाखू, रूलदू भ_ा, आईजीएमसी, बोथ बैल, नॉर्थ ओक,ढली और ढींगू धार क्षेत्रों में लोगों को पानी की पाइपें जम जाने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शिमला में आज न्यूनतम तापमान-0.6 डिग्री जबकि मनाली में 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने 14 जनवरी से प्रदेश में फिर से व्यापक रूप से वर्षा और बर्फबारी की सम्भावना जताई है। विभाग के अनुसार कल से राज्य में पश्चिम विक्षोम सक्रिय हो रहा है जिसके प्रभाव से 17 जनवरी तक प्रदेशभर में व्यापक रूप से वर्षा और बर्फबारी होगी।