सलाहकार गर्ग को मेयर, पार्षदों ने कार्यालय से बाहर किया
फरीदाबाद, 21 दिसंबर (हप्र)
नगर निगम की निगरानी शाखा में सलाहकार के पद पर काम कर रहे आरके गर्ग को मेयर सहित 7-8 पार्षदों ने उनके कार्यालय से बाहर कर दिया। पार्षदों ने उन पर अधिकारियों को धमकाने और विकास कार्यों की फाइल रोकने का आरोप लगाया। अतिरिक्त निगमायुक्त का कहना है कि यदि आरके गर्ग ने जन प्रतिनिधियों के खिलाफ शिकायत दी तो कार्रवाई के लिए निगमायुक्त को प्रेषित कर दी जाएगी।
पूर्व निगमायुक्त मोहम्मद शाईन ने आरके गर्ग को अपना सलाहकार नियुक्त किया था। आरके गर्ग ने निगम की अभियांत्रिकी, नगर योजना आदि शाखाओं में करीब एक करोड़ रुपये की हेराफेरी उजागर की थी। नियम की अनदेखी कर बनाई जाने वाली विभिन्न विकास कार्यों की फाइलें उनकी आपत्ति के कारण निगमायुक्त रोक देते थे। इससे परेशान पार्षदों ने सदन में उन्हें हटाने का प्रस्ताव पारित कर दिया। मोहम्मद शाईन ने पद छोड़ने से पहले उन्हें भी सलाहकार पद से हटा दिया था। लेकिन अतिरिक्त निगमायुक्त धीरेंद्र खड़गटा ने गर्ग को निगरानी शाखा में सलाहकार पद पर दोबारा तैनाती दे दी। निगरानी शाखा में भी गर्ग निगम में भ्रष्टाचार को उजागर करने लगे।
शुक्रवार को वह अतिरिक्त महापौर के आवास कार्यालय पर काम कर रहे थे। इस दौरान महापौर सुमन बाला, उप महापौर मनमोहन गर्ग, पार्षद अजय बैंसला, जितेंद्र यादव, महेंद्र सरपंच, दीपक चौधरी, वीर सिंह नैन और सुरेंद्र अग्रवाल वहां पहुंचे। इन जन प्रतिनिधियों ने आरके गर्ग से अभद्रता की और सदन की बैठक का हवाला देते हुए उन्हें उनके कार्यालय से बाहर निकाल दिया।
क्या कहती हैं मेयर
महापौर सुमन बाला का कहना था कि सदन में प्रस्ताव पारित होने के बावजूद आरके गर्ग को कार्यमुक्त नहीं किया गया था। आज हमने उन्हें हटा दिया।
”आरके गर्ग वर्तमान में निगरानी शाखा में काम कर रहे हैं। यदि उन्होंने जन प्रतिनिधियों के खिलाफ अभद्रता करने की लिखित शिकायत दी तो उसे कार्रवाई के लिए निगमायुक्त को भेजा जाएगा।”
-धीरेंद्र खड़गटा,
अतिरिक्त निगमायुक्त, फरीदाबाद