पिलर लगाने के लिए सर्वेक्षण शुरू
धारूहेड़ा में मंगलवार को रेपिड रेल प्रोजेक्ट के लिए निशानदेही करते कर्मचारी। -हप्र
गुरुग्राम, 26 मई (हप्र)
दिल्ली-अलवर के बीच रेपिड रेल का काम एक बार फिर फास्ट ट्रैक पर आ गया है। दिल्ली से धारूहेड़ा के मध्य मेट्रो के पिलर स्थापित करने के लिए निशानदेही शुरू कर दी गई है। टीम अगले कुछ दिनों में धारूहेड़ा तक सर्वे पूरा कर लेगी।
एनसीआर रीजनल ट्रांसपोर्ट काॅर्पोरेशन दिल्ली से अलवर के बीच रेपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के तहत हाई स्पीड रेपिड रेल चलाएगी। पहले चरण में यह रेल बहरोड़ तक चलेगी तथा दूसरा चरण में अलवर तक पहुंचेगी। इस प्रोजेक्ट के तहत जमीन का कार्य शुरू कर दिया गया है।
दिल्ली से धारूहेड़ा के बीच ग्राउंड सर्वे किया जा रहा है। टीम उन स्थानों का सर्वे कर रही है जहां पिलर या स्टेशन बनाए जाने हैं। साथ ही रूट की एलाइनमेंट को भी डिमार्केट किया जा रहा है। दिल्ली से गुरुग्राम के बीच यह कार्य काफी हद तक पूरा किया जा चुका है। अब एजेंसी की टीम गुरुग्राम से धारूहेड़ा के बीच पिलर लगाने वाले स्थानों की निशानदेही कर रही है। यह कार्य बिलासपुर-पंचगांव तक पूरा कर लिया गया है। भूमि अधिग्रहण, रूट री-एलाइनमेंट, कोरोना सहित विभिन्न कारणों के चलते निर्माण कार्य शुरू करने में हो रही देरी से इस बात की आशंका भी जताई जा रही है कि यह ट्रेन निर्धारित निर्माण अवधि के बाद ही ट्रैक पर दौड़ पाएगी।
बताया गया है कि पहले 2021 तक पहले फेज का कार्य पूरा होने का दावा किया जा रहा था। क्षेत्रीय हिस्सों को आधुनिक रेल सेवा से जोड़ने की योजना 2039 के मानेसर-बावल इंवेस्टमेंट रीजन (एमबीआईआर) के मास्टर प्लान के तहत बनाई गई थी।