माओवादियों ने पुल उड़ाया, रेल पटरी पर धमाका
सात राज्यों में बंद शुरू
पश्चिम बंगाल में पश्चिमी मिदनापुर के कुमारसील क्षेत्र में माओवादियों के 48 घंटे के बंद के दौरान बारूदी सुरंग से उड़ायी गयी रेल पटरी का निरीक्षण करते हुए सुरक्षा कर्मी। -प्रेट्र
कोलकाता, रांची, 22 मार्च (भाषा)। सात राज्यों में आज से शुरू हो रहे नक्सल विरोधी अभियानों के विरोध में माओवादियों का 48 घंटे का बंद विस्फोटों के साथ शुरू हुआ। इस दौरान माओवादियों ने पश्चिम बंगाल में रेलवे लाइन पर धमाका किया जबकि झारखंड में एक सड़क पुल को विस्फोट कर उड़ा दिया है। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पश्चिमी मिदनापुर जिले में मिदनापुर और गोदापिया साल रेलवे स्टेशनों के बीच भालुखुनिया में माओवादियों ने रेल पटरियों के बगल में विस्फोट किया।
जिला मजिस्ट्रेट एन एस निगम ने कहा कि इस विस्फोट के बाद ट्रेन सेवाएं सुबह तकरीबन तीन घंटे तक बाधित हुई क्योंकि रेलवे अधिकारी रेल पटरियों की जांच कर रहे थे।
एक अन्य घटनाक्रम में कल रात बीस से अधिक माओवादियों का एक समूह जिले के बगझप्पा गांव में घुसा और माकपा कार्यालय को आग लगा दी।
माओवादियों ने माकपा के दो समर्थकों को बुरी तरह पीट दिया इसके बाद उन्हें झारग्राम के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पास के चकुआ गांव स्थित दोनों माकपा समर्थकों के घरों को भी आग लगा दी गई। झारखंड सीमा पर स्थित जंगलमहल इलाके के डुमरिया गांव से पुलिस ने माओवादियों के पोस्टर्स जब्त किए हैं। इन पोस्टरों में उनके खिलाफ अभियान को रोकने तथा इलाके का विकास करने की मांग की गई थी। निगम ने कहा, ‘इस तरह की घटनाओं के जरिए माओवादी जंगलमहल क्षेत्र में उन्हें खदेडऩे के काम में लगे संयुक्त बलों का ध्यान भटकाना चाहते हैं।’
माओवादियों ने अपने खिलाफ जारी ऑपरेशन ‘ग्रीन हंट’ के विरोध में झारखंड, बिहार, उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ , आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र के तीन जिलों में बंद का आह्वान किया है। पुलिस के हवाले से जमशेदपुर से मिली एक रिपोर्ट के अनुसार माओवादियों ने दो दिवसीय बंद शुरू होने से पहले झारखंड में सड़क पर बने एक पुल को उड़ा दिया।
क्षतिग्रस्त पुल झारखंड के घाटशिला उपमंडल के अंतर्गत रायपहाड़ी और कुर्लीसुता गांवों के बीच स्थित है।
रांची, जमशेदपुर और धनबाद के नगरीय क्षेत्रों में बंद का सामान्य जनजीवन पर कोई असर नहीं पड़ा ्र जबकि कुछ क्षेत्रों में इसका मिला…जुला असर रहा। पूर्वी सिंहभूम, निमडीह में डुमरिया, घोराबंध और पोत्का में तथा सराइकेला-खारस्वान के चौवका और मनोहरपुर तथा पश्चिमी सिंहभूम जिले में सोनुआ और बंदगांव में अधिकतर दुकानें और बाजार बंद रहे।