साइना नंबर-वन
साइना नेहवाल सुपर सीरीज खिताब जीतने के बाद तिरंगा लहराते हुए।
नयी दिल्ली, 12 दिसंबर(वार्ता)। भारतीय स्टार सायना नेहवाल चीन की शिजियान वांग को हांगकांग सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में हराने के साथ ही आज विश्व में नंबर एक स्थान हासिल करने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाडी बन गई हैं। सायना ने वांग को 16-21, 21-16, 21-17 से हराकर खिताब पर कब्जा कर लिया। सायना ने पहला सेट 16-21 के अंतर से गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए बाकी दो सेट 21-16 21-17 से जीत लिए।
भाषा के अनुसार हैदराबाद की इस खिलाड़ी ने इंडियन ओपन ग्रां प्री, सिंगापुर ओपन सुपर सीरीज और इंडोनेशियाई सुपर सीरीज का बचाव करते हुए लगातार तीन खिताब अपने नाम किए थे। उन्होंने यहां अक्तूबर में राष्ट्रमंडल खेलों का स्वर्ण पदक भी जीता था। पहला गेम गंवाने के बाद साइना ने चतुराई से गेम खेले और अपनी तेज तर्रार रैलियों और शक्तिशाली स्मैश से दुनिया की पांचवें नंबर की चीनी खिलाड़ी को पस्त कर दिया। दूसरे गेम में साइना ने 5-5 की बराबरी के बाद इसे 11-5 पर ला दिया लेकिन शिजियान ने इस अंतर को कम करके स्कोर 11-10 कर दिया। यह भारतीय सीधे सात अंक हासिल कर 19-11 से आगे हो गई। लेकिन साइना ने बेसलाइन और नेट पर दो अंक गंवा दिए जिससे शिजियान ने स्कोर 19-16 कर दिया। लेकिन चीन की खिलाड़ी के शटल बाहर गिराने से साइना ने गेम में वापसी की।
निर्णायक गेम में साइना और शिजियान के बीच मुकाबला रोमांचक था। चीन की खिलाड़ी शटल बैक कोर्ट पर पुश कर रही थी, लेकिन साइना कहीं भी रूकने के मूड में नहीं थी और शक्तिशाली क्रास कोर्ट स्मैश से इस भारतीय ने 5-0 से बढ़त बनाई।
बेसलाइन पर ठीक अंदाजा नहीं लगा पाने से शिजियान इस अंतर को कम करने में सफल रही और उन्होंने तेज रैली शुरू कर दी, जिससे स्कोर 6-7 हो गया। साइना ने सनसनीखेज क्रास कोर्ट स्मैश से 11-9 से बढ़त बना ली।
साइना ने अपनी प्रतिद्वंद्वी को लंबी रैलियों में फंसा लिया और शिजियान के गलती करने का इंतजार किया। बेसलाइन पर विवादास्पद फैसले से शिजियान ने 14-13 से बढ़त बना ली, लेकिन साइना ने हार नहीं मानी और बढ़त 15-14 की कर दी। जिसके बाद दोनों 16-16 से बराबर हो गई। साइना ने स्मैश, नेट ड्रिबल और राउंड द हेड ड्राप से तीन महत्वपूर्ण अंक हासिल कर 19-16 से बढ़त बनाई। शिजियान ने भी एक अंक बनाया। लेकिन साइना ने मैच प्वाइंट हासिल कर स्मैश से शिजियान को पस्त कर दिया और इस भारतीय ने अपना रैकेट फेंककर खिताबी जीत का जश्न मनाया।