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रक्षा मंत्री ने माना- कुछ कमियां थीं

पठानकोट, 5 जनवरी (निस) पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के चौथे दिन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्वीकार किया कि कुछ कमियां थीं जिनकी वजह से यह हमला हुआ। मंगलवार को एयरबेस पर पहुंचे पर्रिकर ने हालात का जायजा लेने के बाद कहा कि 6 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ खत्म हो चुकी […]
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पठानकोट, 5 जनवरी (निस)
पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के चौथे दिन रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने स्वीकार किया कि कुछ कमियां थीं जिनकी वजह से यह हमला हुआ। मंगलवार को एयरबेस पर पहुंचे पर्रिकर ने हालात का जायजा लेने के बाद कहा कि 6 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। मुठभेड़ खत्म हो चुकी है, हालांकि तलाशी अभियान अभी जारी है।
उन्होंने सवालों के जवाब में कहा, ‘अंदर फिलहाल कोई संदिग्ध आतंकवादी नहीं है। मैं तलाशी अभियान के पूरा होने तक कोई नकारात्मक रिपोर्ट नहीं दूंगा। तलाशी अभियान कल पूरा हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के एके47, अंडर ग्रेनेड बैरेल लांचर, स्विस एवं कमांडो चाकू, 40-50 किलोग्राम गोलियां और 3-4 दर्जन मोर्टार थे। पाकिस्तानी संबंध के बारे में पूछे जाने पर पर्रिकर ने कहा कि ऐसे संकेत मिले हैं कि आतंकवादियों ने कुछ ऐसी सामग्री व हथियारों का इस्तेमाल किया जो पाकिस्तान में निर्मित थे।
सवालों के जवाब में पर्रिकर ने कहा, ‘मैं कुछ कमियां देखता हूं। लेकिन मुझे नहीं लगता कि सुरक्षा से कोई समझौता हुआ है। एक बार जांच पूरी होने के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।’ इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सुरक्षा के हर विवरण के बारे में चर्चा नहीं की जा सकती और कुछ बातें जांच के लिए छोड़िये। पर्रिकर ने कहा कि उन्हें इसको लेकर चिंता है कि आतंकवादी वायुसेना अड्डे के भीतर कैसे घुस गये।
रक्षा मंत्री ने ऐलान किया कि हमले के दौरान जिन सात सुरक्षाकर्मियों ने अपने प्राण न्यौछावर किए उनको शहीद का दर्जा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गरुड़ कमांडो को छोड़कर कोई भी प्रत्यक्ष अभियान में नहीं मारा गया।

पर्रिकर ने थपथाई सुरक्षा बलों की पीठ, सीएम खट्टर ने सम्मान में छुए शहीद की मां के पैर

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अंबाला में बुधवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पठानकोट के शहीद गुरसेवक की मां के पांव छूते हुए। - प्रेट्र

अभियान को बहुत मुश्किल करार देते हुए पर्रिकर ने कहा कि सभी संपत्तियां और परिवार सुरक्षित हैं। सिर्फ उस इमारत को नुकसान पहुंचा है जिसमें आतंकवादी थे। उन्होंने सेना, वायुसेना और एनएसजी के साझा प्रयासों की सराहना की और कहा कि उन्हें भविष्य में साझा प्रशिक्षण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरुआती ध्यान वायु अड्डे की सभी संपत्तियों को सुरक्षित रखने पर था, जहां 3000 परिवार रहते हैं और पांच से छह देशों के प्रशिक्षु भी हैं। रक्षा मंत्री ने बताया कि मुठभेड़ शनिवार तड़के 3:30 बजे शुरू हुई और आतंकवादियों के साथ आखिरी संपर्क रविवार शाम करीब 7:30 बजे हुआ। पर्रिकर ने कहा कि इसके बाद से तलाशी अभियान चल रहा है। उन्होंने कहा कि छठे आतंकवादी का शव अभी बरामद नहीं किया गया, क्योंकि एजेंसियों को लगता है कि शव के साथ विस्फोटक हो सकता है।

3 बार बदली गयी आपरेशन की कमान
नयी दिल्ली, (ट्रिन्यू) : एयरबेस से आतंकवादियों को निकालने के आपरेशन में इसे गंभीर कमियां कहा जाये या कुछ और कि इस कार्रवाई का नियंत्रण तीन बार बदला गया। अपने आप में यह एक बहुत ही असामान्य सी बात है। अलग-अलग समय पर सेना, वायुसेना और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के तीन वरिष्ठ अधिकारियों के हाथ में आपरेशन की कमान रही।

गुरदासपुर पहुंचे बीएसएफ के डीजी
बीएसएफ के डायरेक्टर जनरल डीके पाठक ने मंगलवार को गुरदासपुर पहुंचकर उझ नदी के आसपास चलाये जा रहे जांच अभियान का जायजा लिया। पठानकोट एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद से बीएसएफ इन आतंकियों की घुसपैठ के सुराग तलाशने में जुटी है। यह नदी अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ बहती है और पठानकोट से महज 25 किलोमीटर की दूरी पर है। रावी नदी के आसपास भी तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।

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