मिथक तोडऩे में नाकाम रहे बिंद्रा
लंदन, 30 जुलाई(भाषा)। बीजिंग ओलंपिक खेलों में दस मीटर एयर राइफल्स में स्वर्ण पदक जीतने वाले भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा भी ओलंपिक में इस स्पर्धा को लेकर पिछले 28 साल से चला आ रहा मिथक तोडऩे में नाकाम रहे।
बिंद्रा लंदन ओलंपिक खेलों में आज दस मीटर एयर राइफल्स के फाइनल के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाए। इस तरह से वह भी उन निशानेबाजों की सूची में शामिल हो गए जो इस स्पर्धा में कभी अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाए। ओलंपिक निशानेबाजी में दस मीटर एयर राइफल्स की स्पर्धा 1984 में शामिल की गई थी और तब से अब तक कोई भी निशानेबाज इसमें अपने खिताब का बचाव नहीं कर पाया है। उम्मीद थी कि बिंद्रा यह मिथक तोडऩे में नाकाम रहेंगे लेकिन वह आज क्वालीफिकेशन में 600 में से 594 अंक बनाकर 47 भागीदारों में 16वें स्थान पर रहे।
ओलंपिक में दस मीटर एयर राइफल्स का पहला स्वर्ण पदक 1984 में फ्रांस के फिलिप हेब्रेल ने जीता था लेकिन इसके चार साल बाद 1988 में सोल ओलंपिक में उन्होंने भाग नहीं लिया। युगोस्लाविया के गोरान मोकसिमोविच ने सोल में स्वर्ण पदक जीता लेकिन बार्सिलोना 1992 में उन्हें पांचवें स्थान से संतोष करना पड़ा। बार्सिलोना में सोवियत गणराज्य के देशों की संयुक्त टीम के निशानेबाज यूरी फेडकिन ने सोने का तमगा जीता था लेकिन इसके अगले ओलंपिक में उन्होंने भाग नहीं लिया था। अटलांटा में 1996 में हुए ओलंपिक में रूस के आर्तम खादजिबेकोव ने नए ओलंपिक रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक हासिल किया था।
खादजिबेकोव इसके चार साल बाद सिडनी ओलंपिक 2000 में मिथक तोडऩे के करीब पहुंच गए थे लेकिन चीन के काइ यासिन ने उनका सपना पूरा नहीं होने दिया। यासिन ने 696.4 अंक के ओलंपिक रिकार्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि खादजिबेकोव (695.1) को रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। एथेंस ओलंपिक में चीन ने यासिन को नहीं उतारा और उनकी जगह झू क्विनान ने ली जिन्होंने 702.7 के ओलंपिक और विश्व रिकार्ड के साथ सोने का तमगा अपने नाम किया। एथेंस में बिंद्रा सातवें स्थान पर रहे थे।
झू क्विनान को बीजिंग में 2008 में खेले गए ओलंपिक में भी स्वर्ण पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा था लेकिन बिंद्रा ने मिथक तोडऩे का उनका सपना चकनाचूर कर दिया था। बिंद्रा ने 700.5 अंक बनाकर स्वर्ण पदक हासिल किया जबकि क्विनान 699.7 अंक के साथ रजत पदक ही हासिल कर पाए। लंदन में बिंद्रा और क्विनान दोनों ही क्वालीफाई नहीं कर पाए। बिंद्रा जहां 16वें स्थान पर रहे वहीं क्विनान को दसवां स्थान मिला।
ओलंपिक दस मीटर एयर राइफल में अब तक केवल एक निशानेबाज जर्मनी का जोहान रीडेरर ही लगातार दो ओलंपिक में एक जैसा प्रदर्शन कर पाए हैं। उन्होंने 1988 और 1992 दोनों ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था।