कुलदीप जीते, जेपी की ज़मानत ज़ब्त
हिसार उपचुनाव
दिनेश भारद्वाज/संगीता सिंह
हिसार में सोमवार को उपचुनाव जीतने के बाद हजकां-भाजपा प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई की माताजी उन्हें चूमते हुए। -चित्र : मनोज ढाका
चंडीगढ़/हिसार, 17 अक्तूबर। केंद्र की यूपीए सरकार के तथाकथित घोटाले, महंगाई, कांगेस का भितरघात तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे का आंदोलन हिसार लोकसभा क्षेत्र के उपचुनाव में कांग्रेस पर भारी पड़ता दिखा है। आज घोषित किए गए उपचुनाव के नतीजों के बाद यह तय हो गया कि टीम अन्ना द्वारा हिसार में चलाई गई कांग्रेस विरोधी मुहिम काफी हद तक सफल साबित हुई है। उपचुनाव में हरियाणा जनहित कांग्रेस-भारतीय जनता पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई ने जीत हासिल कर ली।
कुल 3 लाख 55 हजार 941 मत हासिल कर कुलदीप ने इनेलो प्रत्याशी एवं अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अजय सिंह चौटाला को 6323 मतों से पराजित किया। सत्तारूढ़ कांग्रेस प्रत्याशी के उम्मीदवार जयप्रकाश अपनी जमानत भी नहीं बचा पाए। उन्हें कुल पोल (9,16,597) में से मात्र 16.34 प्रतिशत यानी कि 1 लाख 49 हजार 784 मत ही हासिल हुए। कुलदीप की जीत का मुख्य श्रेय पिता के देहांत के बाद उनके प्रति लोगों की सहानुभूति और भाजपा के साथ को ही दिया जा रहा है।
यहां बता दें कि हजकां सरंक्षक एवं हिसार लोकसभा क्षेत्र के सांसद भजनलाल के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी। उपचुनाव में इनेलो, कांग्रेस तथा हजकां-भाजपा गठबंधन सहित कुल 40 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे। मुख्य मुकाबला कुलदीप बिश्नोई, अजय सिंह चौटाला तथा जयप्रकाश के बीच ही माना जा रहा था लेकिन परिणामों ने यह तय कर दिया कि उपचुनाव में कुलदीप व अजय के बीच ही सीधी टक्कर थी।
सोमवार को हिसार उपचुनाव का परिणाम घोषित होने के बाद अपना पसीना पोंछते इनेलो प्रत्याशी अजय सिंह चौटाला। -चित्र : मनोज ढाका
कुलदीप, अजय व जयप्रकाश को कुल 8 लाख 55 हजार 344 मत हासिल हुए जबकि बाकी अन्य प्रत्याशियों को 61150 से अधिक मत हासिल हुए। हिसार लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नौ विधानसभा क्षेत्रों का अगर तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो यह साफ हो जाता है कि इनमें से किसी में भी कांग्रेस प्रत्याशी को जीत नसीब नहीं हुई। उचाना कलां, उकलाना, नारनौंद तथा बवानीखेड़ा में जहां इनेलो के अजय सिंह चौटाला ने जीत दर्ज की वहीं आदमपुर, हिसार, हांसी, बरवाला तथा नलवा निर्वाचन क्षेत्रों में कुलदीप बिश्नोई ने जीत हासिल की।
सोमवार को सुबह 8 बजे मतगणना शुरू हुई और लगभग साढ़े 10 बजे रुझान आने शुरू हो गए। सुबह से दोपहर तक गठबंधन प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई के पक्ष में रुझान आते रहे और अपने प्रतिद्वंद्वी से 40 हजार से अधिक मतों से आगे निकल गए थे। धीरे-धीरे यह अंतर कम होता चला गया और वे 6323 मतों से जीत हासिल करने में सफल रहे।
देखा जाए तो कुलदीप को मुख्य रूप से हिसार शहर से सबसे अधिक 34 हजार से अधिक मतों से लीड हासिल हुई जबकि उनके गृह इलाके आदमपुर हलके ने भी कुलदीप को 23 हजार से अधिक मतों के साथ जीत दर्ज कराई।
माना जा रहा है कि इन दो हलकों से 57 हजार से अधिक की लीड इनेलो प्रत्याशी पर भारी पड़ी। अजय को शहर में ही अधिक मार पड़ी। गांवों में उन्हें अच्छे-खास मत हासिल हुए। उचाना कलां निर्वाचन क्षेत्र इसका जीता-जागता उदाहरण है। 34479 मतों के अंतर से अजय ने उचानां से जीत हासिल की जबकि नारनौंद ने अजय सिंह को 26186 मतों से लीड दी। इन दोनों ही हलकों में वर्तमान में भी इनेलो के ही विधायक हैं। उकलाना हलके के अलावा बवानीखेड़ा ने भी अजय का खुद साथ दिया लेकिन नलवा और हांसी में उम्मीद के अनुसार परिणाम नहीं आ सके। उकलाना से अजय को 52256 मत हासिल हुए जबकि बवानीखेड़ा से वे 37330 वोट हासिल करने में सफल रहे।
प्रधानजी नहीं बचा पाए जमानत : हिसार उपचुनाव में सत्ताधारी कांग्रेस के उम्मीदवार जयप्रकाश अपनी जमानत बचा पाने में भी सफल नहीं हो पाए। सन् 2004 में कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव लडऩे वाले जयप्रकाश ने चार लाख से भी अधिक मत प्राप्त किए थे लेकिन इस उपचुनाव में प्रधानजी को डेढ़ लाख वोटों के भी लाले पड़ गए और वे अपनी जमानत खो बैठे।
कैसे जब्त होती है जमानत : यदि किसी प्रत्याशी को कुल हुए मतदान के 1/6 वोट भी नहीं मिलते हैं तो उसकी जमानत जब्त हो जाती है। उदाहरण के तौर पर यदि किसी चुनाव में कुल एक लाख मत पड़ें तो उम्मीदवार को अपनी जमानत राशि बचाने के लिए कम से कम 16667 वोट प्राप्त करने होंगे। हिसार में कुल 9,16,597 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इस हिसाब से जमानत बचाने के लिए जयप्रकाश को 1 लाख 52 हजार से अधिक मतों की जरूरत थी लेकिन वे डेढ़ लाख भी पूरे नहीं कर पाए। ऐसे में उनकी जमानत जब्त हो गई। इसके चलते जयप्रकाश की ओर से नामांकन पत्र दाखिल करते वक्त जमा कराए गए रुपये जब्त कर लिए गए। जयप्रकाश के साथ अन्य 37 प्रत्याशियों की भी जमानत जब्त हुई है।