आरोपी मंत्री राजा भैया का इस्तीफा
लखनऊ, 4 मार्च (भाषा)। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में हाल में एक पुलिस उपाधीक्षक की हत्या के मामले में आरोपी प्रदेश के खाद्य एवं रसद मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने आज पद से इस्तीफा दे दिया। समझा जा रहा है कि जनमत के दबाव के आगे झुकते हुए सपा सरकार को राजा भैया से इस्तीफा लेना पड़ा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मामले की सीबीआई जांच का ऐलान कर दिया है। मुख्यमंत्री ने मारे गये डीएसपी की पत्नी तथा पिता को 25-25 लाख रुपये के चैक भी आज देवरिया में जाकर सौंपे।
कुंडा में गत शनिवार की रात भीड़ द्वारा पुलिस उपाधीक्षक जिया-उल-हक की हत्या किए जाने के मामले में अपने खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद राजा भैया ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री को सौंप दिया। उन्होंने बताया कि राज्यपाल बी. एल. जोशी ने राजा भैया का इस्तीफा स्वीकार भी कर लिया है।
गौरतलब है कि शनिवार रात प्रतापगढ़ के कुंडा स्थित वलीपुर के ग्राम प्रधान नन्हें यादव की हत्या की खबर पाकर मौके पर पहुंचे पुलिस उपाधीक्षक जिया-उल-हक की भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने नृशंस हत्या कर दी थी।
उधर, मृत पुलिस अफसर की पत्नी परवीन आजाद ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि राजा भैया के कहने पर कुंडा नगर पंचायत अध्यक्ष गुलशन यादव, मंत्री के प्रतिनिधि हरिओम श्रीवास्तव, वाहन चालक रोहित सिंह तथा समर्थक गुड्डू सिंह नामक गुर्गों ने जिया-उल-हक को पहले लाठी-डंडे और सरिया से मारा और फिर उनको तमंचे से गोली मार दी।
इस तहरीर पर राजा भैया के खिलाफ हत्या की साजिश रचने का मुकदमा दर्ज किया गया। मामले में सैकड़ों अज्ञात लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी पंजीकृत कराई गई है।
इस बीच, वारदात में शहीद पुलिस उपाधीक्षक की पत्नी ने मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए इंसाफ नहीं मिलने पर खुदकुशी की चेतावनी दी।
देवरिया के रहने वाले जिया-उल-हक की पत्नी ने कहा ‘जब तक मुख्यमंत्री खुद हमसे मुलाकात के लिए देवरिया नहीं आएंगे, तब तक हम मिट्टी (शव) को सुपुर्द-ए-खाक नहीं होने देंगे। मुख्यमंत्री खुद देखें कि शव की कैसी हालत है।’
परवीन ने कहा ‘यह गुंडागर्दी नहीं चलेगी। मुझे इंसाफ चाहिए। अगर न्याय नहीं हुआ तो मुख्यमंत्री के घर के सामने खुदकुशी कर लूंगी। मैं सिर्फ ऐलान नहीं कर रही हूं, मैं ऐसा करके दिखाऊंगी।’
इस बीच, प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अम्बरीश शर्मा कुंडा में मारे गए पुलिस उपाधीक्षक के देवरिया स्थित पैतृक गांव जफुआर टोला पहुंचे। इस दौरान उन्हें वहां मौजूद हजारों की भीड़ के जबर्दस्त विरोध का सामना करना पड़ा।
भीड़ ने ‘डीजीपी वापस जाओ’ के नारे लगाए तथा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ भी नारेबाजी की। लोगों ने कहा कि जब तक मुख्यमंत्री नहीं आएंगे तब तक सुपुर्द-ए-खाक नहीं करेंगे।
बसपा ने की मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग
लखनऊ, 4 मार्च (भाषा)। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में एक पुलिस उपाधीक्षक की हत्या की गूंज आज विधानसभा में भी सुनाई दी और इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों के जोरदार हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका।
सदन की बैठक शुरू होते ही कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर, भाजपा में उनके समकक्ष हुकुम सिंह तथा नेता प्रतिपक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र में भीड़ द्वारा पुलिस उपाधीक्षक जिया-उल-हक की हत्या किए जाने के मामले पर चर्चा कराने की मांग की। वारदात के मुद्दे पर विपक्षी सदस्यों ने शोरशराबा शुरू कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने सदस्यों से अपने-अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया लेकिन हंगामा जारी रहने की वजह से सदन की कार्यवाही पहले आधे घंटे के लिए और फिर पूरे प्रश्नकाल तक के लिए स्थगित कर दी गई।
कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता प्रदीप माथुर ने बाद में संवाददाताओं से कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर नाकाम रही है और प्रदेश में बढ़ती अपराधों की संख्या इसका सबूत है।
बसपा के वरिष्ठ नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने प्रतापगढ़ में पुलिस अफसर समेत तीन लोगों की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस्तीफे की मांग की। भाजपा नेता हुकुम सिंह ने भी प्रदेश में बढ़ते अपराधों के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने प्रतापगढ़ में हुई वारदात के दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की।