राजशाही के जीवंत इतिहास का साक्षी ओनिक कासल
ब्रिटेन यात्रा
उत्तरी इंग्लैंड के नार्थम्बरलैंड इलाके में स्थित सात सौ साल पुराने ओनिक कासल में समृद्ध इतिहास मुखरित हुआ है। सैकड़ों वर्ष पुराने शाही जनजीवन के जीवंत दस्तावेज यहां संरक्षित हैं और पर्यटकों के ज्ञान में वृिद्ध करते हैं। हैरी पॉटर से लेकर कई चर्चित फिल्मों की शूटिंग की वजह से दर्शकों का आकर्षण और बढ़ जाता है। ओनिक कासल की आंखों देखी बता रही हैं सीमा आनन्द चोपड़ा
उत्तरी इंग्लैंड के कुछ विशिष्ट आकर्षणों में नार्थम्बरलैंड क्षेत्र के अनेक कासल (दुर्ग, किले) सम्मिलित हैं जिनका प्रत्येक पत्थर, प्रत्येक कक्ष एवं प्रत्येक चाय-कप; एक अनसुनी कथा कहता प्रतीत होता है। ग्रीष्म ऋतु में हमें नार्थम्बरलैंड के लालित्यपूर्ण ओनिक-कासल दुर्ग को देखने का अवसर प्राप्त हुआ। दुर्ग के आसपास बनी खाई-मोट को, एक संकरे पुल से पार कर, हमें 700 वर्ष पुराने गौरवशाली ओनिक-कासल की प्रथम झलक दिखी। हमने शेर के मुख वाले द्वार से दुर्ग के भीतर प्रवेश किया और इस प्रकार, अनोखी कलाकृतियों के संग्रहों से लेकर प्रसिद्ध अंग्रेजी नावल एवं मूवी पात्र हैरी-पॉटर की जादुई शक्तियों को खोजने की यात्रा आरंभ हुई। ओनिक-कासल में लोकप्रिय हैरी-पॉटर मूवी• की शूटिंग की जाती थी। साथ ही ऑस्कर-नौमिनेट फिल्म एलिजाबेथ को भी यहां फिल्माया गया था।
ओनिक दुर्ग की भीतरी दीवार पर हमें एक विशाल होर्डिंग दिखा, जिस पर नार्थम्बरलैंड क्षेत्र के वर्तमान ड्यूक और इच्चैस के आकर्षक फोटो छपे थे और उनकी लुभावनी मुस्कुराहट एवं साथ लिखा संदेश दर्शकों का स्वागत कर रहा था। संदेश में आगंतुकों को स्वागत किया गया था जो उनके 700 वर्ष पुराने घर को देखने पधारे हैं और आज यह 21वीं शताब्दी का वर्किंग कासल है, जहां वे स्वयं परिवार सहित रहते हैं। अंत में उनके हस्ताक्षर भी थे। ओनिक-दुर्ग केवल रोचक इतिहास का भाग ही नहीं है, उससे जुड़ी हैं अनेक कहानियां-ओनिक दुर्ग में रहने वाले राजपरिवार के खजानों की और उनके स्टाइलिश संग्रहों की। इसके बाद, अतीत के भयानक जेलखाने और अंधकारपूर्ण तहखानों को पार कर हम ओनिक-कासल के रिसेप्शन की ओर चल पड़े। मिडल गेटवे पर फोटोग्राफी कर, हमने दुर्ग के राज कक्ष के टिकट खरीदे।
अब हमारे सामने जो भव्य दुर्ग था, वह 18वीं शताब्दी तक खंडहर बन गया था। इसे दुर्ग के राजपरिवार के वंशज-ड्यूक और इच्चैस ऑफ नार्थम्बरलैंड-प्रथम, एलि•जाबेथ-परसी-सेमोर और उनके पति ने पुन: निर्माण करवाया। यूरोप के प्रसिद्ध आर्कीटेक्ट्स की सहायता से 100 वर्षों तक रिस्टोरेशन कार्य चला। अन्त में लालित्यपूर्ण इंटीरियर वाला दुर्ग बन कर तैयार हुआ, जिसकी यात्रा हम आरंभ करने वाले थे। इस कार्य में रोमन-आर्कीटेक्ट एवं पुरातत्व-विशेषज्ञ; कनाइना’ ने विशेष योगदान दिया, जिसने इटली के अनेक पुराने रोमन-महलों को भी रिस्टोर किया था।
इतिहास
आरंभ में, ओनिक-कासल को इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए बनाया गया था। इस विशेष कार्य के लिए, ओनिक-दुर्ग के पीछे बहती प्राचीन ओन-नदी के निकट, एक सड़क भी बनाई गई थी। ओन नदी से ही दुर्ग का नाम अवतरित है। दूसरी सदी में लिखी पुस्तक ‘द जियोग्राफी बाई ग्रीक स्कॉलर-पटोलमी’’ में भी इंग्लैंड की ओन नदी का उल्लेख है जो उसकी प्राचीनता सिद्ध करता है। रिकार्ड के अनुसार 1096 में ओनिक के बैरन (संभ्रांत व्यक्ति जिसे लार्ड की उपाधि प्राप्त हो) वेसी’ ने यहां प्रथम दुर्ग की स्थापना की जो स्वयं फ्रांस देश से आए नोर्मन आक्रमणकारी थे। फिर 14वीं शताब्दी के बाद यह दुर्ग परसी परिवार के पास रहा जिनके वंशज, वर्तमान के ड्यूक ऑफ नार्थम्बरलैंड’ के टाइटल से सम्मानित हैं।
ओनिक कासल का बाह्य दृश्य
स्टेट रूम्स
संक्षिप्त इतिहास जानने के बाद, हमने ओनिक-दुर्ग का टूर आरंभ किया। सर्वप्रथम हमने अलौकिक चेपल (छोटा निजी चर्च) में प्रवेश किया, जिसे 19वीं शताब्दी में ओनिक कासल में जोड़ा गया था। परसी राजपरिवार, सदियों से चर्च के पादरी, कलर्ची और विद्वानों का सहायक और हितकारी रहा है। दूसरी ओर; धार्मिक अनुष्ठानों के साथ-साथ, उन्होंने परसी परिवार का घरेलू लेखा-जोखा और लाइब्रेरी का कार्यभार भी संभाला था। चेपल में दो प्रकार के आर्कीटेक्चर का मिश्रण है जिसने हमें आकर्षित किया-अंग्रेजी-विकोरियन नोथिक-आर्ट और साथ ही इटेलियन-आर्ट। इसके बाद हम अति आकर्षक लाइब्रेरी में गए जो 16वीं शताब्दी से आज तक की पुस्तकों का विशाल संग्रहालय है। पुस्तकालय के विशिष्ट आकर्षण हैं-ओख लकड़ी के बुक-शेल्फ, फर्नीचर, उसकी अनोखी छत, विजय उपहारों का संग्रह, बेरोमीटर और अन्य ऋतु उपकरण (पवन-गति, वर्षा-मात्रा, आद्रता, तापमान), वैदर-गेज या ऋतु उपकरणों का संग्रह, हमने अकसर भारतीय और विदेशी, मध्यकालीन महलों में पहले भी देखा था। इसके अतिरिक्त प्रसिद्ध नाटककार शेक्सपियर और वैज्ञानिक न्यूटन के शरीर के ऊपरी भाग की प्रतिमा दर्शनीय है। शेक्सपियर ने 9वीं अर्ल-परसी (परिवार के संभ्रांत व्यक्ति जिसे अर्ल की उपाधि प्राप्त हुई थी) के समय में प्रख्यात प्ले रोमियो और जूलिएट’ लिखा था। दूसरी ओर, नार्थम्बरलैंड के प्रथम ड्यूक और इच्चैस के जीवनकाल में न्यूटन ने लॉ ऑफ मोशन की महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज की थी।
इसके बाद हम सैलून और ड्राइंग रूम की ओर गए जो एक-दूसरे के एकदम साथ हैं और अलंकरण में एक-दूसरे के अनुकूल हैं। कक्षों के द्वार, छत, खिड़कियां, फर्नीचर, फायर-प्लेस इत्यादि; सभी अलंकृत वस्तुओं में धन और समृद्धि की गूंज है जो फैशनेबल इटेलियन आर्ट का दर्पण भी हैं जिन्हें रोमन शिल्पकारों ने सिरे चढ़ाया। इटली के वैटिकेन पैलेस को सजाने वाले प्रसिद्ध रोमन आर्टिस्ट मैनटोवैनी’ ने ओनिक-दुर्ग की सजावट का कार्य भी किया था। अन्य अद्वितीय दर्शन थे-पिच्चर-फ्रेम्स, हाथी दांत की बहुमूल्य वस्तुएं एवं सजावटी आइने।
इसके बाद, हमने कॉपर-ग्रीन डाइनिंग-हॉल में प्रवेश किया जहां पहले से ही स्थानीय इंग्लिश स्कूल के बच्चे आए हुए थे। उनका अपनी टीचर से रोचक वार्तालाप चल रहा था। टीचर ने हंसते हुए, इतने बड़े, डाइनिंग-हॉल की ओर देखते हुए पूछा कि ड्यूक और उसके राज-अतिथि, इस कक्ष में क्या-क्या खाते होंगे?’ सभी बच्चे चुप हो गए तो आत्मविश्वास से भरी एक नन्ही आवाज ने उत्तर दिया-केक और केक ही केक’। सभी ओर हंसी की लहर दौड़ गई। साथ ही, हमें बताया गया कि, हाल ही में, बीते सप्ताह में डाइनिंग-हॉल में विशिष्ट समारोह का आयोजन किया गया था जो कि वर्तमान ड्यूक एवं इच्चैस की द्वितीय पुत्री के विवाह से संबंधित था।
यह कक्ष तो मध्यकालीन समय से यहां बना हुआ है परन्तु 18वीं शताब्दी के पश्चात इसे सुंदर रूप से पुन:निर्मित किया गया और प्रतिदिन परसी-राजपरिवार द्वारा, भोजन के लिए, इसका उपयोग किया जाता था। शानदार ओनिक-दुर्ग के बाहर जाते हुए, हम एक पैसेज जैसे क्षेत्र से गुजरे जहां पर कांच की चमचमाती अलमारियों में चकाचौंध करने वाला नार्थम्बरलैंड चाइना (चीनी के बर्तन और वस्तु) के गौरवशाली संग्रहों के प्रदर्शन हैं-मीसन, पेरिस एवं चेलसी-पोर्सलेन; जिनके प्रेरणास्त्रोत यूरोपियन-पोर्सलेन संग्रह हैं, जो 17वीं और 18वीं शताब्दी के यूरोप के महलों में डिस्पले पर हैं। वहां सजे डिनर-सेट्स और टी-सेट्स की बारीकी और हस्तकला सराहनीय है।
कैफे
आउटर-बेली से चलते हुए जब हम ओनिक कासल के कैफे की ओर जा रहे थे तो मार्ग में कोच-हाउस दिखा जहां 18वीं शताब्दी के विभिन्न घोड़ा-गाडि़यां रखे जाते हैं। हमने, उत्सुकता से उस रॉयल कोच को देखा जो पिछले सप्ताह, वर्तमान ड्यूक की पुत्री के विवाह समारोह में प्रयोग किया गया था।
कोर्ट यार्ड कैफे का वातावरण अभिनंदन-युक्त और अनौपचारिक था। चार्ट रूप में ओनिक कासल दुर्ग की 100वीं सालगिरह पर, डेटलाइन-वॉल; बनाई गई थी। उस पर बड़े सरल कलात्मक ढंग से 14वीं शताब्दी से 21वीं शताब्दी के बीच की सभी विशेष ऐतिहासिक घटनाओं का संक्षिप्त विवरण था जो परसी-राजपरिवार के जीवन काल में घटी थीं। जब 14वीं शताब्दी में ओनिक कासल को निर्मित किया गया तो कुछ ही वर्षों बाद, 1380 में अंग्रेजी लेखक चौसर’ ने प्रसिद्ध केन्टरबरी टेलेस’ लिखी, फिर आने वाली सदियों में क्रम अनुसार जो घटनाएं घटीं, उनकी सूची है-चित्रकार लियानडो-दी-विन्ची’ ने पेंटिंग मोना-लीसा’ बनाई, इंग्लैंड में चर्च और मठों पर रोक लगाई गई, महारानी एलिजाबेथ प्रथम का स्वर्ण साम्राज्य, नाटककार शेक्सपीयर ने रोमियो जूलिएट’ नाटक लिखा, वैज्ञानिक ‘गैलीलिओ’ की खोजें, वैज्ञानिक न्यूटन ने लॉ ऑफ मोशन’ खोजा, संगीत-सम्राट मोनार्ट’ का युग, फ्रेन्च नेता नैपोलियन का साम्राज्य, महारानी विक्टोरिया का साम्राज्य, प्रसिद्ध लेखक जेन ऑस्टन और चार्ल्स डिक्स की साहित्य क्रांति, ए.एल. स्टीफन्सन का प्रथम लोकोमोटिव (ट्रेन), चार्ल्स डारविन की जीवन विज्ञान विषय खोज, एलेक्जेंडर ग्राहम द्वारा टेलीफोन, पेरिस का आइफिल टावर निर्मित, राइट बंधुओं की प्रथम उड़ान, प्रथम विश्वयुद्ध वि.वि. सी.टी.वी. का आरंभ, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का राजतिलक, द्वितीय विश्वयुद्ध, मानव का चांद पर पहुंचना, इंग्लैंड की आयरन-लेडी प्रधानमंत्री मारग्रेट थैचर और अंत में वर्तमान ड्यूक एवं इच्चैस के जीवनकाल में अमेरिकन राष्ट्रपति ओबामा की फोटो से, डेटलाइन को समाप्त किया गया था।
इतिहास के संक्षिप्त रोचक ज्ञान के बाद चाय पीते हुए हमने ओनिक कासल में आयोजित मनोरंजक गेम्स के विषय में जानकारी प्राप्त की। नाइट्स क्वेसट्स, द लॉस्ट-सैलर्स, ड्रैगन-क्वैस्ट आदि।
वर्तमान
ओनिक कासल एवं गार्डन की यात्रा से लौटते हुए मन में विचार आया कि भारत के अनगिनत किलों और महलों को भी तो ओनिक कासल समान पर्यटन के साथ-साथ गतिविधि का केन्द्र बनाया जा सकता है। फिल्मों की शूटिंग के अतिरिक्त कासल के कुछ भागों को स्कूलों और यूनिवर्सिटी द्वारा विद्या केन्द्रों के रूप में प्रयोग किया जा रहा है। यहां समय-समय पर प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाती हैं। इंग्लैंड के राजपरिवार के विन्ड•ार कासल के बाद, ओनिक कासल, इंग्लैंड का द्वितीय विशाल किला है, जिसमें उनका परिवार आज भी रहता है। एक भाग में ड्यूक और इच्चैस का निजी गृह है तो बाकी भागों को हजारों पर्यटकों के लिए खुला रखा जाता है।
इन्नर-बेली
ओकटेगोनल-टावर से हम बाहर आकर ओनिक-कासल के हरे-भरे ढलानों वाले क्षेत्र में पहंुचे जिसे किले के पारम्परिक नाम, इन्नर-बेली से जाना जाता है। पास की दो मीनारों में दो प्रदर्शनियां देखने के पश्चात हम संकरे पैकेज : रैमपार्ट-वार्क’ पर पहुंचे जिसके ऊपर नीलम सा आकाश था। रैमपार्ट वॉक’ ओनिक दुर्ग की बाहरी दीवार के साथ है जिसके पीछे विहंगम दृश्य है-एमरैल्ड रत्न सी हरी ढलान मानो दूर नीचे प्राचीन नदी ओन से मिलन करती है। इस नदी से ही दुर्ग का नाम ओनिक प्रसिद्ध हुआ। रैमपार्ट वॉक’ के आगे हाटस्पर-सीट’ नाम का क्षेत्र है जो 1364 में जन्मे प्रथम अर्ल-ऑफ नार्थम्बरलैंड के पुत्र-हैरी हार्टस्पर के नाम से रखा गया है। इस दुर्ग में सर्वप्रथम उनका जन्म हुआ था। ओनिक-दुर्ग में नन्हे हैरी-हार्टस्पर की वीरता से जुड़ी अनेक कहानियां लिखी हुई थीं।
आउटर बेली
ओनिक-कासल दुर्ग की यात्रा के अंतिम भाग में हम दुर्ग के बाहरी भाग-आउटर बेली की ओर चल पड़े। वहां पर हरी घास पर अनेक विद्यार्थी और उनके टीचर, हैरी-पॉटर नाटक का अभ्यास करते हुए दिखे। हैरी-पॉटर नामक पात्र के नॉवल नई पीढ़ी के पंसदीदा हैं और सभी उपन्यासों पर आधारित हॉलीवुड-मूवीस भी बन चुकी हैं जो सुपर हिट्स हैं। हैरी पॉटर एंड द फिलौसफर्स स्टोन’ और द चेम्बर ऑफ सीक्रेट्स फिल्मों की शूटिंग, ओनिक-कासल में हुई है। जिसके कारण अधिक पर्यटक भी ओनिक-कासल की ओर आकर्षित होते हैं। हैरी-पॉटर जैसे जादुई-झाड़ू पकड़े अनेक युवा कलाकार प्ले का अभ्यास करते दिखे। यहां अनेक अन्य हिट फिल्मों की शूटिंग हुई है जिसमें से प्रमुख हैं : रॉबिन हुड और आइवन-हो।
ओनिक गार्डन
अपनी एक दिवसीय ओनिक दुर्ग की यात्रा के अंत में हम, ओनिक गार्डन पहुंचे जो स्थानीय लोगों और पर्यटकों में लोकप्रिय है। 18वीं शताब्दी के बाद ही दुर्ग के बाहर इन उद्यानों का विकास किया गया और 21वीं शताब्दी आने तक, इनमें अनेक सकारात्मक और आकर्षक परिवर्तन किए गए। नार्थम्बरलैंड की 12वीं इच्चैस जेन ने महत्वपूर्ण योगदान किए और यूरोप से गार्डन-डिजाइनर्स को आमंत्रित किया। 2002 से गार्डन के फव्वारा और लाइट्स, इसका मुख्य आकर्षण है। ओनिक गार्डन की ओपनिंग, इंग्लैंड के राजपरिवार के राजकुमार चार्ल्स ने की है। 300 वर्ष पुराने उद्यान में एक कवर पेवेलियन है जिसके भीतर वर्ष के 12 माह, हरियाली रहती है; चाहे बाहर बर्फ क्यों न पड़ी हो। साथ ही, पास ही बना ट्री हाउस , फोटोग्राफी और बाल एक्टिवटी का प्रमुख केन्द्र है।