जहां महर्षि वेद व्यास को दिये थे दर्शन
हरि अनंत, हरि कथा अनंता। मां सरस्वती को लेकर भी हमारे धार्मिक आख्यानों में कई कथाएं हैं। इनमें से एक ऐसी है जिसमें कहा गया है कि महर्षि वेद व्यास को मां सरस्वती ने दर्शन दिये थे। कहा जाता है कि आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद जिले में वह एक स्थान था जहां वेद व्यास शांति की खोज में पहुंचे थे। यहां स्थित मंदिर की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक यहां के बासर नामक स्थान पर सरस्वती का मंदिर है जिसे ज्ञान देवी के मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। यह मंदिर गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के बाद महर्षि वेद व्यास शांति की खोज में निकले। वे गोदावरी नदी के किनारे कुमारचला पहाड़ी पर पहुंचे और देवी की आराधना की। उनसे प्रसन्न होकर देवी ने उन्हें दर्शन दिए। कहा जाता है कि देवी ने उन्हें आदेश दिया कि वह रोज तीन स्थानों पर एक-एक मुट्ठी रेत डालें। कहा जाता है कि एक दिन देवी प्रसन्न हुईं और जहां-जहां महर्षि व्यास ने रेत डाली वहां तीन देवियां प्रकट हुईं। सरस्वती, लक्ष्मी और महाकाली। इस मंदिर के निकट ही वाल्मीकि जी की संगमरमर की समाधि बनी है। मंदिर में एक स्तंभ भी है जिसमें से संगीत के सातों स्वर सुने जा सकते हैं।