विधायक मारपीट प्रकरण में दरोगा सहित तीन गिरफ्तार
देहरादून, 12 जुलाई (निस)। सहसपुर विधायक राजकुमार से प्रेमनगर बाजार में मारपीट के आरोपी तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों पुलिस कर्मियों को कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत का फैसला सुनाया गया।
भाजपा विधायक सहसपुर निवासी राजकुमार से मारपीट के आरोप में कैंट पुलिस ने प्रेमनगर चौकी में तैनात दरोगा मनोज नेगी, सिपाही हरेन्द्र भण्डारी व रविन्द्र कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोपहर बाद तीनों को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने उन्हें 14 दिनों की न्यायिक हिरासत की सजा का फैसला सुनाया। सोमवार को दिन भर भाजपा विधायक से पुलिस कर्मियों द्वारा मारपीट की चर्चाओं का दौर देखा गया। एसएसपी ने बताया कि विधायक की तहरीर के बाद देर रात ही कैंट थाने में एसआई मनोज नेगी व सात-आठ अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ गाली-गलौच, मारपीट व जान से मारने की धमकी का मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की जांच के बाद उक्त तीनों को गिरफ्तार किया गया।
एसएसपी के अनुसार मारपीट के अन्य आरोपी पुलिस कर्मियों की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि कल आल्टो कार में सवार होकर उक्त विधायक प्रेमनगर बाजार में सब्जी खरीदने आए थे। उस दौरान प्रेमनगर बाजार में जाम की स्थिति बनी हुई थी। कार में विधायक का बोर्ड नहीं लगा था, उसके चालक को एसआई मनोज नेगी ने कहा कि गाड़ी साईड लगा लो। इस बात को लेकर पहले चालक से उनकी बहस हुई। उसके बाद विधायक ने दरोगा मनोज से गाली-गलौच शुरू की।
चर्चा है कि वर्दी उतारने की धमकी दिए जाने के बाद ही दरोगा ने विधायक से मारपीट की। भीड़ द्वारा चौकी में तोडफ़ोड़ किए जाने के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि यह जांच की जा रही है कि पथराव में चौकी के शीशे टूटे कि अन्य कारणों से।
उधर मारपीट के शिकार विधायक राजकुमार की दून अस्पताल में चार चोटों को मेडिकल रिपोर्ट में सामान्य पाया गया है। चिकित्सकों ने बताया कि दो चोटों की एक्सरे रिपोर्ट आनी बाकी हैं। उधर चर्चा रही कि सुबह कुछ विधायकों ने सीएम निशंक से उनके आवास पर मुलाकात कर जिला पुलिस को हटाने की मांग की। भाजपा विधायक से मारपीट के आरोपी एसआई मनोज नेगी हाल ही में प्रेमनगर चौकी में तैनात हुए थे। इससे पहले वे कुंभ में डीआईजी के पीआरओ के पद पर तैनात थे। दरोगा मनोज नेगी पर धारा चौकी में तैनाती के दौरान युवती से छेड़खानी का आरोप लगा था, आधिकारिक स्तर से उनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी।