पोखरी में भूस्खलन से दो मकान ध्वस्त
देहरादून, 19 सितम्बर (निस)। पहाड़ में आपदा का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। चमोली जिले के पोखरी में भूस्खलन से दो मकान धवस्त हो गए। वहीं, टिहरी जनपद में दो ढाबे मलबे से क्षतिग्रस्त हो गए। रुद्रप्रयाग जनपद में आपदा से अब तक कुल 53 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 48 लोग ऊखीमठ क्षेत्र में हुई आपदा के हैं। साथ ही 17 लापता बताए जा रहे हैं। ऊखीमठ के आसपास के क्षेत्र समेत प्रभावित गांव चुन्नी, मंगोली, किमाणा, ब्राह्मणखोली, प्रेमनगर में बिजली, पानी व सड़क की व्यवस्था सुचारु नहीं हो सकी। वहीं रुद्रप्रयाग से ऊखीमठ की सड़क कुंड से आगे पांच स्थानों पर बंद होने से ऊखीमठ क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं का भी टोटा बनता जा रहा है। चमोली जनपद पोखरी प्रखंड के अंतर्गत पटवारी क्षेत्र थालाबैड़ के गनियाला गांव में मनोज सिंह, रडुवा गांव में माहेश्वर सिंह के मकान मलबे में दब गए। जब यह हादसा हुआ तब इन मकान में कोई नहीं था। वहीं, नालडूंगा में सड़क का मलबा आने से मोहन सिंह के मकान को खतरा बना हुआ है।
इसी तरह नई टिहरी में चम्बा-ऋषिकेश राष्ट्रीय राजमार्ग पर बेमुंडा में एक चंट्टान दरकने से इसकी चपेट में ग्राम पिपलेथ निवासी जोत सिंह और प्रताप सिंह के ढाबे क्षतिग्रस्त हो गए। चमोली जनपद में घाट मुख्य बाजार में पहाड़ी दरकने से मलबे में दबी आठ दुकानों से मलबा हटा दिया गया।