पंजाबी मुंडा और कुड़ी बंगाली
आमने सामने/गुरमीत चौधरी-देविना बनर्जी असीम पति-पत्नी गुरमीत चौधरी-देविना बनर्जी छोटे परदे की हिट जोड़ी हैं। लोकप्रिय धार्मिक सीरियल ‘रामायण’ के राम-सीता निजी जिंदगी में भी पति-पत्नी हैं। अभी हाल में हुई एक मुलाकात के दौरान जब दोनों एक साथ पकड़ में आये, तब उनसे यह पूछना लाजिमी था कि उनका प्यार क्या रामायण के सेट […]
आमने सामने/गुरमीत चौधरी-देविना बनर्जी
असीम
पति-पत्नी गुरमीत चौधरी-देविना बनर्जी छोटे परदे की हिट जोड़ी हैं। लोकप्रिय धार्मिक सीरियल ‘रामायण’ के राम-सीता निजी जिंदगी में भी पति-पत्नी हैं। अभी हाल में हुई एक मुलाकात के दौरान जब दोनों एक साथ पकड़ में आये, तब उनसे यह पूछना लाजिमी था कि उनका प्यार क्या रामायण के सेट पर ही पनपा था। इन दोनों से और भी बातें-
ऐसा कहा जाता है कि ‘रामायण’ की शूटिंग के दौरान आप देविना के करीब आए ?
गुरमीत : बहुत सारे लोग ऐसा ही सोचते हैं। पर ऐसा नहीं है। हमारा प्यार ‘रामायण’ की शूटिंग के बहुत पहले से शुरू हो गया था। मैं और देविना ने मुंबई में पांव रखा था मिस्टर एंड मिस बाॅलीवुड कॅान्टेस्ट के माध्यम से।
यानी आप दोनों के प्यार की कहानी यहीं से शुरू हुई ?
देविना : जब हमारा पहला परिचय मिस्टर एंड मिस बाॅलीवुड कॅान्टेस्ट में हुआ, हम ठीक तरह से बात नहीं करते थे। एक-दूसरे के साथ रिलेट ही नहीं कर पाते थे।
गुरमीत : और उसके बाद जब बात करनी शुरू की, तो उसे इतना परेशान करने लगा कि हमारे बीच एक दोस्ती का रिश्ता बनने लगा। लेकिन प्रपोज मुझे देविना ने ही बाद में किया था।
देविना : गुरमीत बहुत बेकार-बेकार जोक्स सुनाता था। वह मुझे बहुत बोर करता था। फिर ऐसा भी हो सकता है कि मैं उसके जोक्स समझ नहीं पाती थी। वैसे भी बंगभाषी थोड़ा सीरियस टाइप के होते हैं। मुझे अब भी याद है, जब गुरमीत के साथ मेरी अच्छी तरह से बात हुई थी। उसने तब मुझसे पूछा था कि मैं कहां रहती हूं। मेरा पता जानकर उसने बताया था कि वह मेरे पास की गली में ही रहता है। फिर उसने अचानक मुझसे पूछा कि क्या वह मेरे माता-पिता के पास आकर मेरा हाथ उनसे मांग सकता है। तब मैं सोच रही थी कि एक लड़का पहली बार लड़की से बातचीत शुरू होते ही कैसे इस तरह की बातें कर सकता है। लेकिन ठीक उसके बाद ही उसने कहा-इट वाज ए जोक…
गुरमीत : देविना मेरे जोक्स पसंद नहीं करती थी, फिर भी हमारे बीच दोस्ती का एक रिश्ता शुरू हो गया था। फिर एक दिन पूरी रात देविना को फोन करके बक-बक करता रहा। वह और बर्दाश्त नहीं कर पाई, दूसरे दिन मुझे प्रपोज कर दिया।
देविना : मेरी जगह कोई दूसरा होता, तो वह भी ऐसा करता। हम दोनों ही एक दूसरे को पसंद करते थे, लेकिन हमने कहा नहीं। लेकिन एक दिन गुरमीत फोन करके अंट-शंट बातें करने लगा। मैं अच्छी तरह से समझने लगी थी कि वह मुझे प्यार का प्रस्ताव देना चाहता है। लेकिन वह इतना शर्मीला है कि बोल नहीं पा रहा था। इसके बाद मैं ही बोली-तम मुझे आई लव यू बोलना चाहते हो न…
अच्छा आपने शादी की बात किसी को नहीं बताई ?
गुरमीत : मैंने प्रतिज्ञा की थी कि जब तक मेरा घर और गाड़ी नहीं होगी, मैं किसी को हमारी शादी की खबर नहीं दूंगा। इसलिए हमने लिव इन में रहना शुरू कर दिया। उस समय मैं बेकार था, बाइक में पेट्रोल भराने का पैसा भी नहीं होता था। एक लड़की के लिए ऐसे लड़के से शादी करना बहुत बड़ी बात थी। देविना ने मेरे लिए जो भी किया है, उसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगा। मेरे अच्छे काम के पीछे वह सबसे बड़ी प्रेरणा थी।
टीवी कलाकारों की एक बड़ी मुश्किल होती है, जब तक सीरियल चलता है, तभी तक वे लाइम लाइट में रहते हैं ?
गुरमीत : हां, यह तो होता ही है। पर आपको हमेशा लाइम लाइट में रहने की कोशिश करनी चाहिए। इसलिए हम बराबर किसी न किसी रियलिटी शो में हिस्सा लेते रहते हैं।
देविना : और ऐसे बहुत सारे कलाकार हैं, जो एक सीरियल की लोकप्रियता के बाद आकाश में उड़ने लगते हैं। ऐसा होने पर समस्या होती है। हमेशा अपने आपको न्यूकमर सोचना होगा।
‘खामोशियां’ के बाद आपने एक और फिल्म साइन की है। सीरियल के आप एक प्रतिष्ठित नाम है, फिर भी छोटे परदे से दूर क्यों चले गए हैं ?
गुरमीत : हर चीज का एक अच्छा और खराब पक्ष होता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि सीरियल में काम करके लोकप्रियता मिलती है। पर इसके साथ यह बात भी सच है कि सीरियल में काम करके एक कलाकार को ज्यादा प्रयोग करने के मौके कम ही मिलते हैं। आपको दिन हर दिन एक ही काम करते रहना पड़ता है। लेकिन फिल्मों में आपको तरह-तरह के किरदार करने को मिलते हैं। वैसे कुछ साल के अंदर बड़े और छोटे परदे के बीच ज्यादा फरक नहीं रह जाएगा।
क्या आपको भी किसी हिंदी फिल्म का आॅफर मिला है ?
देविना : मैं और गुरमीत बहुत गणित मिलाकर चलते हैं। अब जैसे कि गुरमीत बड़े परदे पर कुछ करने की कोशिश कर रहा है, मुझे लगता है कि मुझे कुछेक माह प्रतीक्षा कर लेनी चाहिए।
आप एक दूसरे की कौन-सी चीज बदलना चाहते हैं ?
गुरमीत : देविना कुछ ज्यादा ही स्ट्रेट फॅारवर्ड है।
देविना : गुरमीत मेरे ऊपर ज्यादा निर्भर है। उसका क्रेडिट कार्ड, वाॅलेट, सब कुछ मेरे जिम्मे रहता है। वह कुछ भी नहीं जानता है। उसकी यह बात बदल पाती, तो मुझे बहुत शांति मिलती।


