‘दागी’ अफसरों की ‘कुंडली’ खंगालने में जुटे डिप्टी सीएम
चंडीगढ़ में बृहस्पतिवार को उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात करते छत्तीसगढ़ के उद्योग एवं व्यावसायिक टैक्स मंत्री कवासी लखमा।
दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 21 नवंबर
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत सिंह चौटाला ने बॉलीवुड अभिनेता अनिल कपूर की फिल्म ‘नायक’ की तर्ज पर काम शुरू कर दिया है। भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार में कुर्सी संभालते ही उन्होंने अपने सभी प्रमुख विभागों में ‘ऑपरेशन क्लीन’ चला दिया है। वे विभागों के ‘दागी’ अफसरों की ‘कुंडली’ बनाने में जुटे हैं। इतना ही नहीं, सीएम मनोहर लाल खट्टर भी इस मामले में उन्हें स्पोर्ट करते दिख रहे हैं। वे खुद पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त सरकार देने का दावा कर रहे हैं। अपने अधीन आने वाले विभागों की पहली ही समीक्षा बैठक के बाद दुष्यंत ने आला अफसरों से उन सभी अधिकारियों की फाइल तलब की है, जिनके खिलाफ गंभीर मामलों में विभागीय जांच व भ्रष्टाचार के मामले लंबित हैं। उन अधिकारियों की स्टेटस रिपोर्ट मांगी गई है, जिनके खिलाफ स्टेट विजिलेंस ब्यूरो जांच कर रहा है।
सूत्रों का कहना है कि प्रमुख तौर पर 4 विभागों – राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, आबकारी एवं कराधान, उद्योग एवं वाणिज्य तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारियों का पूरा रिपोर्ट कार्ड बनाने को कहा गया है। बताते हैं कि इन विभागों के अधिकारियों की ओर से भ्रष्टाचार व अन्य गंभीर मामलों के आरोपी अधिकारियों की रिपोर्ट भेजनी शुरू कर दी गई है। अभी तक आई रिपोर्ट के हिसाब से सबसे अधिक मामले राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग से जुड़े हैं। डिप्टी सीएम की ओर से इन विभागों के प्रशासनिक सचिवों व विभाग प्रमुखों से रूल-7 के तहत चार्जशीट हुए अधिकारियों का ब्योरा सबसे पहले भेजने को कहा गया है। रूल-7 के तहत जारी की गई चार्जशीट में लगाए गए आरोप सिद्ध हो जाते हैं तो अधिकारी को सीधा टर्मिनेट किया जा सकता है। बताते हैं कि इन चारों विभागों के 200 से अधिक अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार व अन्य मामलों में जांच चल रही है। खट्टर सरकार के पहले कार्यकाल में इन 4 में से 2 विभागों – आबकारी एवं कराधान तथा राजस्व एवं आपदा प्रबंधन पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के पास हुआ करते थे। वहीं उद्योग एवं वाणिज्य विभाग पूर्व कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल तथा खाद्य एवं आपूर्ति विभाग पूर्व राज्य मंत्री कर्णदेव काम्बोज के पास हुआ करता था। सूत्रों का कहना है कि ‘दागी’ अधिकारियों में हड़कंप है।
जांच के बाद एक्शन
बताते हैं कि दागी अधिकारियों की फाइल पर कार्रवाई से पहले दुष्यंत सभी अधिकारियों को अपनी बात रखने का मौका देंगे। विभाग भी मान रहा है कि कुछ अधिकारियों के खिलाफ साजिश के तहत बने हैं तो कुछ पर गलत आरोप लगने की भी बात सामने आई है। ऐसे सभी मामलों को अगले कुछ दिनों में निपटा दिया जाएगा।
वहीं जिन केस में आरोप सिद्ध हो रहे हैं, ऐसे अधिकारियों को घर भेजने की तैयारी भी हो चुकी है। सूत्रों का कहना है कि दागी अफसरों की कुंडली बनाने के बाद दुष्यंत चौटाला इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। माना जा रहा है कि सीएम को विश्वास में लेकर ही वे कठोर फैसला लेंगे। राइस मिर्ल्स के मुद्दे पर भी दुष्यंत ने सीएम के साथ काफी देर तक मंत्रणा की थी।
छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री मिले उपमुख्यमंत्री दुष्यंत से
चंडीगढ़ (ट्रिन्यू): छत्तीसगढ़ के उद्योग एवं कमर्शियल टैक्स मंत्री कवासी लखमा ने बृहस्पतिवार को उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला से मुलाकात की। उद्योग एवं वाणिज्य विभाग दुष्यंत के पास होने के कारण दोनों ने रोजगार, कृषि, संस्कृति और उद्योग सहित कई अन्य अहम मसलों पर चर्चा की। इस अवसर पर कवासी लखमा ने एचटेट परीक्षा गृह जिले में कराने की सरकार की योजना की सराहना की। कवासी लखमा ने डिप्टी सीएम को 27 से 29 दिसंबर को रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के लिए आमंत्रित किया।