‘तुसी मेरे महबूब दी चिड़ी सोने विच मढ़ दिती’
डबवाली में सोमवार को आयोजित कवि दरबार में सम्मान चिन्ह के साथ कवि-कवयित्रियां। -निस
मंडी डबवाली, 24 जून (निस)
हरियाणा पंजाबी साहित्य अकादमी पंचकूला के तत्वावधान में डबवाली की प्रमुख संस्था वरच्युस क्लब व नवप्रगति सीनियर सेकेंडरी स्कूल द्वारा शिक्षाविद् आत्मा राम दरोड़ा की अध्यक्षता में सोमवार को कवि दरबार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में हरियाणा व पंजाब के कवियों ने शिरकत की। उन्होंने अपनी कविताओं द्वारा समाज की समस्याओं ,बुराइयों व राजनीति पर कटाक्ष किया। यह आयोजन कवयित्री छिन्दर कौर सिरसा ने किया। मंच संचालक वेद प्रकाश भारती ने कार्यक्रम का आगाज किया। लुधियाना की कवयित्री गुरचरण कौर कोचर ने बेटियों पर कविता ‘फुल ते कलियां महकां वंडदे ने दोहां दी कदर बराबर पाया कर’, अमृतसर की रविंद्र कौर संधु ने ‘मैं गज़ल नही हां दोस्तो, ना मिली बहर दी मुथाज हां’, फरीदकोट से आए डा. दविंद्र शैफी ने ‘बयान की तुसी मेरे महबूब दी चिड़ी सोने विच मढ़ दिती’, कवयित्री रिपुदमन शर्मा ने अपनी नज़म सुनाईं। कवयित्री गुरप्रीत अंबाला ने भी कविता पढ़ी। दिलबाग विर्क , जेएम लवली भाटिया और प्रवीन एडवोकेट, मुस्कान भादु के अलावा वेद भारती ने भी कविता पढ़ी।
कवि-कवयित्रियों को किया सम्मानित
इस अवसर पर धूड़ मिट्टियां दे आशक सुखम शायर को उनके पंजाबी साहित्य में योगदान के लिए वरच्युस अवार्ड दिया गया। सभी कवि-कवयित्रियों को शाल व सम्मान चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बीईओ बलजिंद्र सिंह भंगु, संस्थापक केशव शर्मा,क्लब प्रधान सोनू बजाज, प्रकल्प प्रमुख जतिंद्र शर्मा, प्रकाश चंद गंगा, इंद्र जैन, समाजसेवी प्रवीन सिंगला व अन्य गणमान्य मौजूद थे।