एकेडमिक विषयों के लिए इंटर्नशिप योजना
नरेन्द्र ख्यालिया/निस
हिसार, 27 दिसंबर
तकनीकी विषयों की तर्ज पर विज्ञान व कॉमर्स जैसे एकेडमिक विषयों के लिए भी उच्चतर शिक्षा विभाग नए शिक्षा सत्र से कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में इंटर्नशिप योजना शुरू करेगा, इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों को पत्र लिखा गया है। इसके तहत विश्वविद्यालयों, कॉलेजों व विभिन्न शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष के दौरान कम से कम छह माह की इंटर्नशिप करवाई जाएगी।
बताया गया है कि सरकार उच्चतर शिक्षा विभाग के माध्यम से उद्यमशीलता और स्टार्टअप योजना को सही तरीके से लागू करना चाह रही है, जो 2017 में तैयार की गई थी। इसके अनुसार विद्यार्थियों को अंतिम सेमेस्टर के दौरान, जोकि छह महीने का होता है, को विभिन्न सरकारी विभागों या अन्य औद्योगिक प्रतिष्ठानों पर इंटर्नशिप करनी होगी। जिसमें स्नातक के विज्ञान व कॉमर्स और प्रोफेशनल संकायों के विद्यार्थियों के लिए उनके कोर्स के अंतिम सेमेस्टर में इंटर्नशिप का प्रावधान किया जाएगा।
इतना ही नहीं, सरकार की योजना के मुताबिक इसके लिए विश्वविद्यालयों को नए स्किल कोर्स भी शुरू करने होंगे। उद्यमशीलता और स्टार्टअप योजना के तहत उच्चतर शिक्षा विभाग के अनुसार विश्वविद्यालय विभिन्न विषयों के सिलेबस को वर्तमान की नई तकनीक और स्टार्टअप के अनुसार अपडेट करेंगे। इसके अलवा स्किल ट्रेनिंग के नए कोर्सों को शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी देते हुए कौशल विश्वविद्यालयों को नोडल एजेंसी बनाया जाएगा। इतना ही नहीं, स्कूली स्तर पर भी उद्यमशीलता और आवश्यक कौशल का सामान्य ज्ञान देने के लिए पाठ्यक्रम के भाग के रूप में उद्यमशीलता को शामिल किए जाने पर विचार चल रहा है, ताकि बच्चे अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद विश्वविद्यालय या कॉलेज की पढ़ाई शुरू करें तो उनके सपनों को पंख लग सकें।