हिसार की पूजा ने बटोरी चांदी
कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 13 अप्रैल
पूजा ढांढा की जीत के बाद खुशी से झूमते परिजन।
चोटिल होने के कारण लंबे समय से खेलों से दूर रही पूजा ढांडा ने अपने आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया। उसका नतीजा आज सबके सामने है। पूजा ढांडा ने गोल्ड कोस्ट में रजत पदक झटका। पूजा वर्ष 2015 में चोटिल हुई थी। इसके चलते ऑपरेशन भी हुआ। फिर उसने जनवरी 2017 में फिर से वापसी की थी। शुक्रवार सुबह से ही पूरा परिवार टीवी पर नजर लगाए बैठा था। पूजा ने अपने पहले मुकाबले में जैसे ही कनाडा की एमिली को 12-5 से शिकस्त दी, पूरा परिवार और आस-पड़ोस खुशी से झूम उठा। दूसरे मुकाबले में भी पूजा ने न्यूजीलैंड की खिलाड़ी पर 8-0 से एक तरफा जीत हासिल की। सेमीफाइनल में भी उसका प्रदर्शन बेहतरीन रहा। फाइनल में पूजा को रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पूजा मूल रूप से गांव बुडाना निवासी अजमेर ढांडा की सुपुत्री है। अजमेर पशु पालन विभाग में कार्यरत हैं। मां कमलेश हाउस वाइफ है। पूजा का बड़ा भाई सुमित फायर अफसर है। पहली जनवरी 1994 में जन्मी पूजा ने बतौर जूडो खेल कॅरिअर वर्ष 2009 से शुरू हुआ। बाद में वह कुश्ती में उतरी। इसके बाद पूजा ने कई तमगे हासिल किए।