5 का गला रेतकर खुद भी मरा बुजुर्ग
कोटला मेहर सिंह वाला (मोगा), 16 जुलाई (ट्रिन्यू)
मोगा के कोटला मेहर सिंह वाला गांव में बुधवार-बृहस्पतिवार की मध्य रात एक घर में 2 युवतियों समेत 5 लोगों की नृशंस हत्या कर आरोपी द्वारा जहर खाकर अपनी जान देने का समाचार है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार संदीप कौर (23), राजपाल कौर (22), सोनी सिंह (20), अाकाशदीप सिंह (15), धर्मेंद्र सिंह (18) (सभी कोटला मेहर सिंह वाला वासी) के शव एक ही घर के एक कमरे से बरामद हुए। सभी की गला रेतकर नृशंस तरीके से हत्या की गयी थी। छठा शव गांव के गुरुद्वारे के प्रमुख सेवादार हरिंदर पाल सिंह (70) का है, जो कमरे की दहलीज पर पड़ा मिला। सभी शवों के निकट से सल्फास की गोलियां बरामद हुईं हैं। प्रारंभिक जांच के बाद पुलिस का कहना है कि आरोपी हरिंदरपाल सिंह गांव के दलित परिवारों में तांत्रिक क्रियाएं करवाता था। तंत्र-मंत्र के चलते ही उसने पहले उक्त पांचों को प्रसाद के रूप में जहर खिला दिया।
उसके बाद गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। बाद में खुद भी वही जहर खाकर अपनी जान दे दी। घर के मालिक बचिंत सिंह का कहना है कि सभी लोग उसके घर में इकट्ठा हुए थे और तंत्र क्रिया की तैयारी करने लगे। वह और उसका परिवार क्योंकि इसमें शामिल नहीं होने वाला था, इसलिए वह अपनी पत्नी और 2 बेटों सहित दूसरे कमरे में सोने के लिए चले गये।
सुबह उठकर उसने खून से लथपथ शव देखे। उसने बताया कि सारी रात उसने किसी भी तरह की अजीब आवाज़ें नहीं सुनीं, जिससे उसे हत्याओं का शक होता। हालांकि सारा परिवार तंत्र क्रिया से ऐसा प्रभावित दिखा कि पुलिस को यही कहता रहा कि यह हत्या नहीं, बल्कि तांत्रिक क्रिया है। पुलिस ने घटना स्थल से एक तेजधार हथियार भी बरामद किया है, जिससे संभवतया गले रेते गये।
बड़े सपने संजोये थे
मरने वाले लोगों के बड़े सपने थे। संदीप काैर 12वीं पास थी अौर विदेश जाने की इच्छुक थी। वह आइलेट्स की तैयारी कर रही थी। राजपाल कौर ग्रेजुएट थी और सिविल सेवा की परीक्षा की तैयारी कर रही थी। सोनी सिंह ग्रंथी बनना चाहता था। आकाशदीप 10वीं का विद्यार्थी था। धर्मेंद्र सिंह 12वीं में पढ़ता था।