Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

सीबीआई ने सीबीईसी के पूर्व सदस्य, कस्टम अधिकारियों के ठिकानों पर छापे मारे

नयी दिल्ली, 9 जनवरी (भाषा)। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता की एक आयात-निर्यात कंपनी से कथित तौर पर 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में पंजाब में केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के एक पूर्व सदस्य के घर पर और अलग अलग जगहों पर सीमाशुल्क तथा राजस्व खुफिया निदेशालय […]
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

नयी दिल्ली, 9 जनवरी (भाषा)। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने कोलकाता की एक आयात-निर्यात कंपनी से कथित तौर पर 20 लाख रुपए की रिश्वत लेने के मामले में पंजाब में केंद्रीय उत्पाद शुल्क एवं सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) के एक पूर्व सदस्य के घर पर और अलग अलग जगहों पर सीमाशुल्क तथा राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) के अफसरों के ठिकानों पर आज छापे मारे। सीबीआई प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि एजेंसी ने सीमाशुल्क विभाग के चार अधिकारियों, डीआरआई के एक उप निदेशक और कोलकाता की निजी कंपनी के एक प्रतिनिधि के खिलाफ आयात-निर्यात से जुड़े काम की प्रक्रिया को पूरा करने के लिए कथित रिश्वतखोरी के सिलसिले में मामला दर्ज किया था जिसके बाद छापे मारे गए। सीबीआई की प्रवक्ता धारिणी मिश्रा के अनुसार आरोप है कि सीमा शुल्क विभाग और डीआरआई के कोलकाता, मुंबई तथा दिल्ली में तैनात कुछ अधिकारियों और कुछ अन्य ने निजी लोगों के साथ साजिश रची। जिसके तहत कंपनी को कोलकाता पोर्ट से रेलवे की रैक के जरिये जोगबनी (बिहार) होते हुए नेपाल माल पहुंचाने देने के लिए अवैध रिश्वत के ऐवज में सक्षम अधिकारी की ओर से अनुमति दी गई।   प्रवक्ता ने अधिक जानकारी नहीं दी कि लेकिन जांच एजेंसी के सूत्रों के अनुसार आरोपी कस्टम अधिकारियों ने 14 नवंबर, 2012 को कंपनी से कथित तौर पर 20 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। सूत्रों ने बताया कि जालंधर में सीबीईसी के एक पूर्व सदस्य, कोलकाता में पदस्थ नंद किशोर राय और सुरिंदर कुमार बिष्ट, इंदिरा गांधी हवाईअड्डे, दिल्ली में कार्यरत अधिकारी बलजीत सिंह, मुंबई में राजस्व खुफिया निदेशालय में उप निदेशक पी विजयकुमार, कोलकाता में सीमाशुल्क और उत्पाद शुल्क खुफिया महानिदेशालय में उपायुक्त पी डी रामप्रसाद के ठिकानों पर छापे मारे गए। एजेंसी द्वारा दर्ज मामले में सीबीईसी के पूर्व सदस्य का नाम अभी तक नहीं है लेकिन उनकी कथित भूमिका की जांच की जा रही है।

Advertisement
Advertisement
×