घावों पर मरहम लगाने की कोशिश
ललित शर्मा
पबनावा में बुधवार को तैनात पुलिस की टुकड़ी। -अस
कैथल, 17 अप्रैल। गांव पबनावा में अंतरराज्यीय प्रेम विवाह मामले को लेकर दो समुदायों के बीच भड़के विवाद के बाद आज भी गांव में सन्नाटा पसरा रहा। राहत की बात यह रही कि प्रशासन के स्थिति सामान्य करने के प्रयास रंग लाते नज़र आये। गांव में जहां पानी, बिजली की सप्लाई बहाल हुई, वहीं घटना के जि़म्मेवार दो और लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामले की जांच के लिए समिति का गठन भी किया गया।
जिला उपायुक्त चंद्रशेखर ने बताया कि एसडीएम हवा सिंह की निगरानी में पुन: सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों की टीम का गठन किया जा चुका है। इस टीम में तहसीलदार कैथल, नायब तहसीलदार लेखा, नायब तहसीलदार ढांड तथा खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी पूंडरी को शामिल किया गया है। यह टीम गांव पबनावा में 13 अप्रैल की रात को हुई घटना के बाद घरों के हुए नुकसान का आंकलन करेगी। उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से ग्रामवासियों की हर जरूरत को पूरा करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। गांव में बिजली, पानी और दूध की सप्लाई बहाल हो गई है। गांव में अनाज और पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था कर दी गई है। पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह यादव ने बताया कि पबनावा घटना के जिम्मेदार दो और व्यक्तियों मास्टर करण सिंह और प्रदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा अब कुल गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या 15 हो गई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गांव में शांति कमेटियों का गठन किया गया है। सुरक्षा के दृष्टिगत पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं।
वर्ग विशेष के राजा राम, इसम सिंह, पाला राम, रामस्वरूप, श्रीचंद, जयपाल, प्यारा राम सहित कई लोगों ने आज फिर मांग की है कि पुलिस प्रशासन मामले में दोषी लोगों को गिरफ्तार करें, हमले में हुए नुकसान की भरपाई करने के साथ उन्हें गुजर बसर करने के लिए फिर से रोजगार मुहैया करवाएं। रामदास, दर्शन सिंह, बलवंत सिंह, राजेश ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा बस्ती में हुए नुकसान का जो सर्वे करवाया गया है, वह गलत है और इस सर्वे से वे संतुष्ट नहीं है। प्रशासन बस्ती में दोबारा सर्वे करवाए और मकान मालिकों की मौजूदगी में ताकि हुए नुकसान का सही आंकलन हो सके।
उधर, दूसरे समुदाय की कमेटी में शामिल सरपंच हुसन सिंह पबनावा व सदस्यों ने कहा कि गांव में इस समय शांति का माहौल बना हुआ है और मामले के निदान के लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। दलितों को हर प्रकार की सुरक्षा मुहैया करवाने के साथ हुए नुकसान की भरपाई भी की जाएगी। उम्मीद है कि जल्द ही मामले का हल निकल जाएगा और गांव में पहले की तरफ अमन, चैन व भाईचारे के साथ रहेंगे। मामले को सुलझाने के लिए सवर्ण समाज द्वारा लगातार बैठकों का दौर जारी है। बैठकों में विशेष रूप से कमज़ोरों की सुरक्षा व रक्षा के बारे में जोर दिया जा रहा है।
दिल्ली से आयी टीम ने सुना पीडि़तों का दर्द
बुधवार को पीडि़त परिवारों का दर्द सुनने के लिए दिल्ली सोलीडैरीटी ग्रुप, दलित न्याय आंदोलन सोशल आर्मी दिल्ली व इंडियन सोशल इंस्टीच्यूट दिल्ली से आई टीम में शामिल राजेश कुमार, हिमांशु, रजत कंसन अधिवक्ता, अभिरामी, बलवान चौधरी, राहुल व अन्य सदस्यों ने गांव पबनावा में एक वर्ग विशेष की बस्ती का निरीक्षण किया और इस तोडफ़ोड़ में हुई क्षति का भी जायज़ा लिया। नैक्डोर के अध्यक्ष सुरेश टांक व जन संघर्ष मंच हरियाणा जिला प्रवक्ता सोमनाथ ने कहा कि कमज़ोरों के साथ किसी प्रकार का अन्याय नहीं होने देंगे और उन्हें उनके हक दिलाए जाएंगे।
दौरा करने के बाद राष्ट्रीय दलित न्याय आंदोलन की टीम ने कैथल में पहुंचकर एसडीएम से मुलाकात कर वहां के हालातों के बारे में जानकारी हासिल की। ग्रुप के लोगों का कहना था कि वे इस पूरे प्रकरण से जुड़े तथ्यों व साक्ष्यों की रिपोर्ट जारी करेंगे। इस रिपोर्ट को हरियाणा सरकार, एससी कमीशन, मानवाधिकार आयोग, एनएचआसी, चाइल्ड प्रोटेशन मंत्रालय व हरियाणा के डीजीपी को देंगे। इस रिपोर्ट पर अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो वे सुप्रीम कोर्ट व हरियाणा हाई कोर्ट में जनहित याचिका दायर करेंगे। पूरे मामले की रिपोर्ट दिल्ली में संसदीय समिति को भी सौंपेंगे।