Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

18 लाख का चूना

बैंक क्लर्क का कारनामा नगर संवाददाता चंडीगढ़, 16 नवंबर। चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आज एक ऐसे नटवरलाल को काबू करने में सफलता हासिल की  जोकि सेक्टर 26 के को-आप्रेटिव बैंक में सीनियर क्लर्क पद पर तैनात रहा और उसने दो शाखाओं में बैंक को करीब 18 लाख 47 हजार रुपए का चूना […]
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

बैंक क्लर्क का कारनामा

नगर संवाददाता

चंडीगढ़ में मंगलवार को सेक्टर-17 में अपने मुख्य कार्यालय पर मांगों के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करते एसबीआई वर्कर्स। - दैनिक ट्रिब्यून

Advertisement

चंडीगढ़, 16 नवंबर। चंडीगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने आज एक ऐसे नटवरलाल को काबू करने में सफलता हासिल की  जोकि सेक्टर 26 के को-आप्रेटिव बैंक में सीनियर क्लर्क पद पर तैनात रहा और उसने दो शाखाओं में बैंक को करीब 18 लाख 47 हजार रुपए का चूना लगाया। आरोपी की पहचान जसविंदर सिंह निवासी सेक्टर 46 के रूप में हुई, जिसे पुलिस ने सायं सेक्टर 17 से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस जानकारी के अनुसार चंडीगढ़ स्टेट कॉ-आप्रेटिव बैंक के महाप्रबंधक सुखचैन सिंह  की शिकायत पर जसविंदर सिंह को गिरफ्तार किया गया था, जिसने भारी रकम को गबन कर उसे अपने ही एक रिश्तेदार के खाते में डाल दी थी। पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया गया कि  2009 की 3 जुलाई को महाप्रबंधक सुखचैन सिंह, वरिष्ठï लेखाकर धर्मपाल और कुलदीप कौर ने सेक्टर 26 स्थित बैंक की शाखा का निरीक्षण किया। इस बीच खातों से संबंधित लैजर की भी जांच की। उस समय जसविंदर सिंह बैंक में ही उपस्थित था। बताया गया कि अधिकारियों ने जब लैजर की जांच की तो पाया कि उसमें वे एंट्रीज राशि से मेल नहीं खा रही थीं, जिनका मिलान रोजाना बुक में दर्ज किया जाता था। इस प्रकार जसविंदर सिंह ने बतौर क्लर्क 2,64,197 रुपए की एंट्रियां जाली दर्ज कर रखीं थीं, जिनका  लेखे में कोई जिक्र नहीं था। अधिकारियों ने इस आशंका के आधार पर जसविंदर सिंह के वर्ष 2002 से 2006 तक बुड़ैल बैंक शाखा में तैनात होने पर उस समय की कार्यप्रणाली को जांचने का निर्णय लिया। अधिकारियों की टीम बैंक पहुंची और सभी खातों की गहराई के साथ जांच की गई।
महाप्रबंधक ने शिकायत में आरोप लगाया कि जसविंदर सिंह ने इस शाखा में भी धोखाधड़ी कर रखी थी। जब खातों की एंट्रियों को  रोजाना खातों की बुक से मिलाया तो उसमें 5,85,033 रुपए का घपला सामने आया। यह राशि जाली रूप से लैजर बुक में चढ़ा दी गई थी लेकिन रोजनामचे की दर्ज राशि में इसका कहीं कोई जिक्र नहीं था। अधिकारियों की कमेटी ने जब इस पूरे घपले की राशि पर से पर्दा उठाया, तब वह 18,47,316 रुपए निकली, जोकि कथित रूप से जसविंदर सिंह ने समय-समय पर अपने ही एक रिश्तेदार के खाते में हस्तांतरित की थी। कमेटी ने इस घपले के बाद बैंक को हुई राशि की  क्षति की भरपाई के लिए जसविंदर को पूरी रकम लौटाने के लिए कहा। वह 8,47,316 रुपए चुका पाया, जबकि शेष राशि के लिए वह आनाकानी करने लगा। बैंक प्रबंधन कमेटी ने आज  उसके विरूद्ध धोखाधड़ी, साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज करा दिया। पुलिस ने सूचना के आधार पर उसे सेक्टर 17 से सायं गिरफ्तार कर लिया।

Advertisement
×