छत से गिरा ‘दौलत’, दौलत की कमी से इलाज को मोहताज
कुदरत और गरीबी की दोहरी मार
खरड़, 26 जून (निस)। इंसान की जिंदगी में कई बार हालात कुछ ऐसे बन जाते हैं कि वह चाहते हुए कुछ नहीं कर पाता। ऐसी ही हालत छज्जू माजरा कालोनी वार्ड नंबर 5 के बलविंदर सिंह की बनी हुई है। बलविंदर सिंह के तीन बेटों में सबसे बड़ा बेटा दौलत सिंह उसके साथ ही नयी बन रही बिल्डिंगोंं में सरियां बांधने का काम करता है। बलविंदर सिंह ने बताया कि 29 मई को उसका बेटा दौलत सिंह काम से लौट कर छत पर जाकर सो गया। रात को आंधी आ जाने के कारण दौलत सिंह छत से नीचे उतरने लगा परंतु शरीर का संतुलन बिगड़ जाने के कारण वह पीठ के बल नीचे गिर गया। दौलत सिंह को गंभीर जख्मी हालत में उसके परिवार वालों ने पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज के लिए भर्ती करवा दिया। पीजीआई चंडीगढ़ के डाक्टरों ने उसे सप्ताह भर रखने के बाद बिना कोई बीमारी बताए घर भेज दिया तथा कहा कि इसकी सेवा घर में ही करो।
लाचार हालत में बिस्तर पर पड़े दौलत सिंह ने बताया कि भले ही वह अब चल फिर नहीं सकता लेकिन अपने माता-पिता की गरीबी को वह जानता है। उसने बताया कि पैसे न होने के कारण उसका इलाज न होने को लेकर वह कुछ कह तो नहीं सकते, लेकिन परेशान हो उसके आगे-पीछे घूम रहे हैैं। दौलत की हालत मे सुधार लाने के लिए भले ही उसके आस-पड़ोस के लोग उसकी वित्तीय मदद कर रहे हैं लेकिन उसकी बीमारी को देखते हुए यह सहायता नाकाफी लग रही है। दौलत के पिता बलविंदर सिंह नें स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ-साथ दानी सज्जनों से मदद की अपील की है।