अकाल ट्रस्ट वृद्ध आश्रम विवादों के घेरे में
कुराली, 3 जुलाई (एस)। निकटवर्ती रतवाड़ा साहिब की जमीं पर बना अकाल ट्रस्ट वृद्ध आश्रम प्रतिदिन विवादों के घेरे में फंसा नजर आ रहा है। विश्व गुरमति रूहानी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक सचखंड वासी बाबा वरियाम सिंह की सुपुत्रियों रबीना सिद्धु व बलदेव गिल ने इस वृद्ध आश्रम को सिरे से खारिज कर इसे धोखाधड़ी करार देते हुए डेरे के मुख्य सेवादार बाबा हरपाल सिंह को आड़े हाथ लिया व संगीन आरोप लगाए।
ट्रस्ट विश्व गुरमति रूहानी मिशन चैरिटेबल ट्रस्ट की चेयरपर्सन माता रणजीत कौर की हाजिरी में दोनों बेटियों ने बताया कि वे ट्रस्ट की मैंबर हैं और ट्रस्ट डीड मुताबिक ट्रस्ट द्वारा अगर कार्य संभाला न जाए या कुछ गलत हो रहा हो तो उन्हें अधिकार है कि वे चेयरपर्सन की आज्ञा से सभी कार्य शुरू करने-करवाने की शक्ति रखती हैं। उन्होंने पत्रकारों को बताया कि अकाल ट्रस्ट द्वारा वृद्ध आश्रम का समाचारपत्रों द्वारा पता चला जब मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इसकी अति आधुनिक बिल्डिंग का उद्घाटन करने आए। इससे वे स्तब्ध रही गईं।
ट्रस्टी बलदेव गिल ने बताया कि इस संबंधी डेरे के मुख्य सेवादार ने उनके समेत ट्रस्ट की चेयरपर्सन को यह बात कहकर धोखे में रखा हुआ था कि यह वृद्ध आश्रम रतवाड़ा साहिब ट्रस्ट द्वारा वृद्धों की देखभाल के लिए खोला जा रहा है।
उन्होंने मुख्य सेवादार पर कथित रूप से जमीन हड़पने का दोष लगाया। मुख्य सेवादार को पहले भी वर्ष 2007 में ट्रस्ट द्वारा हटा दिया गया था लेकिन उस मुख्य सेवादार द्वारा क्षमायाचना करने पर ट्रस्टियों ने दया कर पहली भूल मानकर माफ करते हुए पुन: बहाल कर दिया था। जब इस संबंधी डेरे के मुख्य सेवादार बाबा हरपाल सिंह से बात की तो उन्होंने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से स्पष्ट इनकार कर दिया।