25 साल में 50 गांवों से हिंदुओं का नामोनिशान मिटा
नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 15 मई
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है मेवात क्षेत्र में वहां के अल्पसंख्यक हिंदुओं पर अत्याचारों का सिलसिला तेजी से बढ़ा है। हत्या, महिलाओं से रेप व लड़कियों को भगा ले जाने की घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। पूर्व मेजर जनरल जीडी बख्शी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कमेटी ने यह रिपोर्ट सौंपी है। विहिप इस मामले को सरकार के समक्ष भी उठाने की तैयारी कर रही है।
पत्रकारों से बातचीत में कमेटी के सदस्य स्वामी धर्मदेव व एडवोकेट चंद्रकांत शर्मा ने बताया कि मेवात क्षेत्र में हिन्दू विरोधी व राष्ट्र विरोधी षड्यंत्र का खेल चल रहा है। मेवात में हिन्दुओं का रहना दूभर हो गया है और इन्हें यहां से पलायन करने को मजबूर किया जा रहा है। 25 साल में हिंदू बाहुल्य 50 गांवों से हिंदुओं का नामोनिशान मिट गया है। हिंदू महिलाओं के साथ बलात्कार करके उनकी हत्या जैसे अपराध भी इस क्षेत्र में हुए हैं, परंतु अपराधियों को बचाने के लिये हिंदुओं को ही फंसाया गया। जिनकी जमानत भी 4-4 साल बाद हो पायी। इसके अलावा हिदुओं की व्यक्तिगत, सार्वजनिक व मंदिर की जमीनों पर भी कब्जे किए गए। विरोध करने वालों को भीड़ द्वारा पीटा गया और उनके खिलाफ झूठे केस दर्ज कराये गये। रिपोर्ट में पुन्हाना के गांव नकनपुर में 12 मई की घटना का भी जिक्र किया गया है। इसमें कहा गया है कि वहां के बहुसंख्यकों ने एक युवक के धार्मिक चिह्न को काटने का प्रयास किया। नगीना और पुन्हाना अत्याचार का केंद्र बने हुए हैं। ज्यादातर मामले दर्ज नहीं होने दिए जाते। मेवात में बड़े पैमाने पर धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है। इस अवसर विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामन्त्री सुरेंद्र कुमार जैन व महावीर भारद्वाज भी उपस्थित रहे।
अर्धसैनिक बलों को तैनात करने की मांग
रिपोर्ट में सरकार से मांग भी की गई है कि जहां हिंदुओं पर अत्याचार हो, उसके लिये उस क्षेत्र के थाने के एसएचओ को जिम्मेदार ठहराया जाए। सुरक्षा की दृष्टि से इस क्षेत्र में अर्धसैनिक बलों की उपस्थिति आवश्यक है।