गुरुग्राम की सुमन यूपी के अदालतों में सुनाएंगी फैसले
गुरुग्राम, 21 जुलाई (हप्र)
गुरुग्राम के गांव बेगमपुर खटौला की बेटी सुमन चौहान ने यूपी सिविल ज्यूडिशरी की परीक्षा में 19वां रैंक हासिल कर गुरुग्राम का गौरव बढ़ाया है। वह उत्तर प्रदेश में अपनी सेवाएं देंगी। एक साधारण घर से निकली अरुण चौहान की बेटी सुमन ने यह सफलता प्राप्त की है। उसमें भी खास बात यह है कि तैयारियों के लिए उन्होंने किसी प्रोफेशनल कोचिंग सेंटर की सहायता नहीं ली। वह अपनी सफलता में स्वः अध्य्यन को ही साथी मानती हैं।
दिल्ली यूनिवर्सिटी से एलएलबी की डिग्री लेने वाली सुमन हरियाणा में भी एडीए बनी। लेकिन सरकारी वकील बनना सुमन ने अपनी मंजिल नहीं माना।
वह कहती हैं कि मैने खुद को लोगों की सेवा के लिए न्याय करने वाले जज के तौर पर देखा और इसी सपने को पूरा करने के लिए पूरा जोर लगा दिया। उसने बताया कि 2 साल की तैयारी के बाद आखिरकार सफलता मिली भी बेहद शानदार अंदाज में। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश ज्यूडिशरी में इंटरव्यू के दौरान उसका सलेक्शन नहीं हुआ लेकिन वहां से उसे काफी कुछ सीखने को मिला और दोगुना जज्बे के साथ उसने पुनः प्रयास किया। सुमन का कहना है कि बिना कोचिंग सेंटर के भी सफलता हासिल की जा सकती है बशर्ते एकाग्रता और सेल्फ स्टडी का पैटर्न ठीक हो। वह कहती हैं कि मेरा प्रयास जज की कुर्सी पर बैठने के बाद लोगों को जल्द और न्यायपूर्ण फैसले करने का रहेगा।