किसानों ने मांगों को लेकर धरना किया शुरू
रेवाड़ी में सोमवार को मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसान एवं किसान खेत मजदूर संगठन के सदस्य। -निस
रेवाड़ी, 2 मार्च (निस)
सोमवार को ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन ने ओलावृष्टि से हुई बर्बाद फसल के मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने नगर के राव तुलाराम पार्क में तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन शुरू किया। इस दौरान उन्होंने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री के नाम जिला उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा। कई गांवों के किसान अपनी बर्बाद फसल को भी लेकर आए और उपायुक्त को दिखाया। उन्होंने सरकार से सरसों का 40 हजार, गेहूं का 45 हजार व सब्जी की फसल का एक लाख रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने की मांग की।
एडवोकेट राजेंद्र सिंह, शिक्षाविद् जवाहर लाल ने किसानों को संबोधित किया। किसान नेता रामकुमार निमोठ, सरपंच भूपसिंह व किसानों ने अपनी दुखभरी व्यथा का बखान किया। तुलाराम पार्क में धरने पर बैठे संगठन के राज्य उपप्रधान विजय कुमार, राजबीर, जयनारायण व जसवंत सिंह नंबरदार ने कहा कि दो दिन पूर्व हुई ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं व सरसों की फसल को भारी क्षति पहुंची है, जिसका मुआवजा तुरंत प्रभाव से दिया जाए। उन्होंने सरसों की खरीद में तमाम अड़चनें खत्म करने, खुली बिक्री कराने, बेची हुई सरसों का पैसा तुरंत देने, आवारा पशुओं एवं जंगली जानवरों से फसल बर्बाद होने से रोके जाने, खेतों के लिए डार्कजोन क्षेत्र में नहरी पानी का प्रबंध करने, सूखे पड़े जोहड़ों को भरने की सरकार से मांग की। धरने के समर्थन में स्वराज इंडिया पार्टी से जगमाल सिंह, एडवोकेट कुसुमलता, धर्मसिंह, प्रो. अनिरुद्ध यादव भी पहुंचे।
फसलों का तुरंत दिया जाए मुआवजा : किरण
भिवानी (हप्र) : पूर्व मंत्री एवं विधायक किरण चौधरी ने दो दिन पूर्व भिवानी, चरखी दादरी व महेंंद्रगढ़ जिलों के दो दर्जन गांवों में हुई ओलावृष्टि से पीडि़त किसानों को तुुंरत मुआवजा देने की मांग की है। श्रीमती चौधरी ने कहा कि ओलावृष्टि से दो दर्जन गांवों में किसानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में उन्होंने कहा कि किसानों की फसलों की तुरंत गिरदारी करवाकर उनके नुकसान की भरपाई की जाए। उन्होंने कहा कि एक माह पूर्व भी ओलावृष्टि से भिवानी जिले के सिवानी, तोशाम व चरखी दादरी के बाढड़ा आदि में फसलों को भारी नुकसान हुआ था लेकिन उसका मुआवजा किसानों को आज तक नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि अगर सरकार ने शीघ्र ही किसानों को मुआवजा नहीं दिया तो कांग्रेस आंदोलन के लिए मजबूर होगी।
किसानों ने जताई सरकार की नीतियों पर नाराजगी
पलवल (हप्र) : अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी पलवल का तीसरा त्रिवार्षिक सम्मेलन केसी वाटिका पलवल में किसान नेता सोहनपाल चौहान व मा. देशराज की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन में पलवल, होडल, हसनपुर, हथीन ब्लॉक के 81 प्रतिनिधियों ने भाग लिया और किसान सभा केन्द्रीय कार्यालय दिल्ली के सदस्य मनोज कुमार, रिटायर्ड कर्मचारी संघ के जिला प्रधान बीघूसिंह, सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान राजेश शर्मा, किसान सभा राज्य कमेटी के नेता ताराचन्द व शिक्षाविद डा. रघुवीर सिंह ने संबोधित किया तथा सरकारों पर किसान विरोध नीति अपनाने का आरोप लगाया।
किसान सभा ने 29 फरवरी को आई भारी बारिश, तेज हवा व ओलावृष्टि से हुए नुक्सान का मुआवजा देने की मांग भी उठाई।
धर्मचंद बने किसान सभा के जिलाध्यक्ष : सम्मेलन के अन्त में 25 सदस्यीय जिला कमेटी का चुनाव सर्वसम्मति से हुआ जिसमें धर्मचन्द को जिला प्रधान, रूपराम तैवतिया को जिला सचिव, रमेशचन्द को वरिष्ठ उप प्रधान, डा. रधुवीर सिंह को वित्त सचिव, राजेन्द्रसिंह सरपंच, श्यामदत्त नम्बरदार, लालसिंह दूधौला, दरयाब सिंह व चन्दनसिंह को उप प्रधान, मामचन्द रावत, नन्द किशोर शर्मा, कमलसिंह, व हरप्रशाद शर्मा को सह-सचिव, सोहनपाल चौहान को मुख्य सलाहकार चुना गया।
कनीना में सोमवार को गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चलाते किसान।
ओलावृष्टि प्रभावित फसल पर चलाया ट्रैक्टर
कनीना (निस) : मोड़ी गांव में 3 किसानों ने ओलावृष्टि से खराब हुई 3 एकड़ गेहूं की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया। किसानों का कहना है कि गेहूं की फसल में शत-प्रतिशत नुकसान था, जिसे देख पाना दिल दुखाने जैसा था। विदित रहे कि शनिवार को हुयी ओलावृष्टि से गेहूं ओर सरसों की फसल को अधिक नुकसान की संभावना थी। किसान ब्रह्मदत्त ने सोमवार को गेहूं की खड़ी फसल की जुताई करवा दी। इसी प्रकार राजेश ने अपनी गेहूं की फसल को ट्रैक्टर से रौंद दिया। किसान राजेश कुमार ने बताया कि 25 हजार रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से 7 एकड़ जमीन ठेके पर ले कर बिजाई की हुई थी। उन्होंने कहा कि अधिकारी कर्मचारी उनके पास नहीं पंहुचे हैं और ना ही गिरदावरी की गई है। रामौतार ने भी सरसों एवं गेहूं की दो एकड़ फसल को नेस्तनाबूद कर दिया है।
किसानों ने एसडीएम को दिया ज्ञापन ओलावृष्टि से खराब हुई फसल के मुआवजे की मांग को लेकर सोमवार सुबह ग्राम पंचायत चेलावास एवं बागोत के किसानों ने एसडीएम रणबीर सिंह को ज्ञापन सौंपा। चेलावास की सरपंच अंजू नाडा,किसान नोरतन, सतीश, राजबीर, जसबीर, संजय, सुमीर, लीलाराम, रोहताश, बंटी, कैलाश, रणवीर सिंह, महावीर पहलवान बागोत ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि गेहूं एवं सरसों की फसल को काफी नुकसान हुआ है, इसलिए प्रभावित फसल का उचित मुआवजा दिया जाये। इस बारे में एसडीएम रणबीर सिंह ने कहा कि फसल खराबा के लिये राजस्व विभाग के अधिकारियों को रिपोर्ट के लिये कहा गया है।
अखिल भारतीय किसान सभा ने मांगा मुआवजा
सिवानी मंडी (निस) : अखिल भारतीय किसान सभा तहसील कमेटी की बैठक खंड के गांव बिधवान में हुई, जिसकी अध्यक्षता तहसील प्रधान राम किशन भाकर ने की। अखिल भारतीय किसान सभा के राज्य सचिव दयानन्द पूनिया ने कहा कि एक तरफ तो बेमौसमी वर्षा व ओला वृष्टि की वजह से किसानों की कमर टूट गई है, दूसरी तरफ सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा देने की बजाय उनको लाइनों में लगाया जा रहा है। सभी किसानों को सरकार की तरफ से यह कहा जा रहा है कि सभी प्रभावित किसान अपने कागज, जिसमें फर्द,गिरदावरी, बैंक पासबुक,आधार कार्ड किसान क्रेडिट कार्ड आदि कागज खेती बाड़ी के महकमे में जमा करवाने पड़ेंगे। बैठक में कई किसानों ने भाग लिया। बीती शाम हुई ओलावृष्टि से खंड के गांवों झुम्पा,मोतीपूरा,गुढा, ढाणी भाकरा,बिधवान,मतानी ,कालोद,घंघाला व कलाली गांव में काफी नुकसान हुआ है। किसान सभा का आरोप है कि आज मतानी, बिधवान, ढाणी भाकरा व घंघाला में नायब तहसीलदार ने मौके का मुयायना किया और बाकी गांवों में तो वे मौका देखने भी नहीं गये और न ही नायब तहसीलदार ने नुकसान के बारे लोगों को बताया कि क्षेत्र में कितना नुकसान हुआ है।
नुकसान का आकलन नहीं किया तो धरना : किसान सभा ने फैसला किया की अगर 3 मार्च तक सभी गांव के नुकसान का आकलन नहीं किया तो किसान सभा 4 मार्च को उपमण्डल अधिकारी कार्यालय परिसर में धरना देगी और उसके बाद आगामी आन्दोलन की घोषणा की जायेगी। जिला पार्षद बलवान बागड़ी ने बताया कि सरकार बीमा के नाम पर लोगों को बहका रही है। उन्होंने कहा कि पूरे नुकसान का आकलन कर 30000 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाये।