समालखा में नेस्ले के पास 18 करोड़ से बनेगा आरयूबी
समालखा में बहुराष्ट्रीय नेस्ले कंपनी के समीप बनाये जा रहे आरयूबी पर काम कर रही मशीन। -निस
समालखा, 5 नवंबर (निस)
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर द्वारा अपने पिछले कार्यकाल के दौरान पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली की रैली में नेस्ले के पास अंडरपास बनाने की घोषणा को अमलीजामा पहनाते हुए आरयूबी का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। करोड़ों की लागत से तैयार होने वाले इस अंडरपास को रेलवे तथा पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाया जाएगा। इसके बनने के बाद जहां समालखा में भारी वाहनों का दबाव कम हो जाएगा, वहीं, दर्जनभर गांव जीटी रोड से जुड़ जाएंगे। करीब अठारह करोड़ की लागत से बनने वाले रेलवे अंंडरब्रिज का काम रेलवे तथा उसके बाद दोनों
अप्रोच निर्माण का कार्य पीडब्ल्यूडी विभाग करेगा।
प्री-कास्ट बाक्स से बनेगा, रेलवे ट्रैक नहीं होगा बाधित
सीनियर सेक्शन इंजिनयर एसपी सिंह ने बताया कि आरयूबी बनाते समय ट्रेनों की आवाजाही बाधित नहीं होगी। इसके पहले से ही निर्मित प्री-कास्ट बॉक्स का प्रयोग किया जाएगा। जो यहीं पर बनाए जाएंगे और ट्रैक के नीचे खुदाई करने के साथ ही धीरे-धीरे इन्हें आगे धकेला जाएगा।
समालखा शहर में ट्रैफिक का बोझ होगा कम
पिछले कई वर्षों से नेस्ले रेलवे लाईन पर लोग रेलवे ओवरब्रिज, अंडरपास बनाने की मांग कर रहे थे। लोगों का कहना था कि इसके निर्माण से कई गांव सीधे तौर पर, जिनमें चुलकाना, किवाना, नामुण्डा, मांडी, गवालड़ा आदि जीटी रोड से जुड़ जाएंगे। इससे बिना समालखा शहर की भीड़भाड़, ट्रैफिक जाम में फंसे लोग अपने गंतव्य की तरफ जा सकेंगे। साथ ही समालखा में भारी वाहनों की आवाजाही कम होने से ट्रैफिक का बोझ कम हो जाएगा।
पूर्व विधायक ने रखी थी मांग
वर्ष 2014 में पूर्व विधायक रविन्द्र मच्छरौली ने विधायक बनने के बाद वर्ष 2015 में नई अनाज मंडी समालखा में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर की रैली करवाई थी, जिसमें नेस्ले के पास आरयूबी बनाने की मांग की थी। इसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया था। वहीं 2 फरवरी, 2019 को मुख्यमंत्री ने रविन्द्र मच्छरौली की ही गांव जौरासी की रैली के दौरान इसका शिलान्यास किया था।
रेलवे का आरयूबी तो पीडब्लयूडी की अप्रोच
रेलवे द्वारा बनाए जाने वाले अंडरपास की लम्बाई करीब 70 मीटर होगी। यह 4.5-4.5 मीटर का डबल लेन आरयूबी होगा तथा इसकी उंचाई करीब 5.10 मीटर होगी। पीडब्लयूडी विभाग दोनों तरफ करीब सौ-सौ मीटर तक अप्रोच बनाई जाएगी। एक तरफ रेलवे के कर्मी काम करेंगे तो वे दूसरी तरफ से कार्य शुरू करेंगे। इसको लेकर पैमाइश, ऑरिएंटेंशन का काम शुरू हो गया है। छह महीने में इसका निर्माण पूरा होने की उम्मीद है।