‘नन्दा जी जैसे निष्काम, कर्मयोगी की आज आवश्यकता’
कुरुक्षेत्र, 6 जुलाई (हप्र)
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्री गुलजारी लाल नन्दा नीतिशास्त्र-दर्शनशास्त्र केन्द्र संग्रहालय एवं पुस्तकालय द्वारा आधुनिक कुरुक्षेत्र के नव-निर्माता तथा भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, स्वतंत्रता संग्रामी तथा श्रेष्ठ गांधीवादी नेता पदमविभूषण भारतरत्न श्री गुलजारीलाल नन्दा जी की 122वीं जन्म जयन्ती के आयोजन पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्री गुलजारी लाल नन्दा नीतिशास्त्र- दर्शनशास्त्र केन्द्र संग्रहालय एवं पुस्तकालय द्वारा भारतरत्न श्रीगुलजारी नंदा जी की दृष्टि में धर्म एवं राष्ट्र शक्ति विषय पर आयोजित राष्ट्रीय वेबिनार में मुख्यातिथि गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानन्द ने गुरु पूर्णिमा पर्व की बधाई दी।
उन्होंने नन्दा जी के द्वारा कुरुक्षेत्र को गीता नगरी बनाने में तथा 48 कोस परिक्रमा में तीर्थों का उद्धार में तथा गोमाता के लिए त्याग एवं तपस्या करने के बारे में बताया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. भगवान सिंह चौधरी ने की।
कार्यक्रम में सारस्वत अतिथि ब्रह्मर्षि तिरूपति स्वामी तिरूपति, विशिष्ट अतिथि, प्रो. एसपी शुक्ला, मुख्य वक्ता, डॉ. हिम्मत सिंह सिन्हा, गौरवातिथि डॉ. सोमेश्वर दत्त, निदेशक हरियाणा संस्कृत अकादमी, डीन इंडिक स्टडीज, प्रो. शुचिस्मिता, निदेशिका, प्राच्य विद्या संस्थान, कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा तथा नीति एवं दर्शन शास्त्र केन्द्र के निदेशक, डॉ. सुरेन्द्र मोहन मिश्र उपस्थित रहे।