गोद लिया गांव ही बदहाल, सांसद बोले-सरकार का कसूर
हरीश भारद्वाज/अनिल शर्मा
चंडीगढ़, 17 मार्च
हरियाणा में रोहतक लोकसभा क्षेत्र शुरुआत से ही हॉट सीट है। प्रदेश की राजनीतिक राजधानी माने जाने वाले इस संसदीय क्षेत्र में 9 विधानसभा क्षेत्र हैं। रोहतक जिले के महम, सांपला गढ़ी-किलोई, रोहतक व कलानौर, झज्जर जिले के बेरी, बादली, बहादुरगढ़ व झज्जर और रेवाड़ी जिले का कोसली शामिल इसमें शामिल है। इनमें लगभग 16.50 लाख मतदाता हैं। आईआईटी, आईआईएम, एफडीडीआई, फिल्म इंस्टीट्यूट सहित 5 विश्वविद्यालय व आईएमटी स्थापित होने के बाद इस क्षेत्र को विश्व स्तरीय पहचान जरूर मिली, लेकिन विकास को वह गति नहीं मिल पाई, जिसकी उम्मीद थी।
पिछले 5 साल में सांसद दीपेंद्र हुड्डा क्षेत्र को कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं दिला पाये। हालांकि, वह भाजपा सरकार पर विकास कार्याें के लिए ग्रांट नहीं देने का आरोप लगा रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार की अड़चनों के बावजूद उन्होंने क्षेत्र के विकास के लिए मेहनत की, लेकिन सरकार ने बड़े प्रोजेक्ट दूसरे प्रदेशों में शिफ्ट कर दिए। सांसद ने अपने कार्यकाल में झज्जर के गांव इस्लामगढ़ को गोद लिया था, लेकिन गांव में विकास कार्य नहीं हो पाए। गांव विकास के मामले में बदहाल स्थिति में है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें उम्मीद थी कि सांसद की ओर से गोद लेने के बाद गांव की सूरत बदल जाएगी, लेकिन ऐसा हुआ नहीं। सांसद दीपेंद्र का कहना है कि गांव के विकास के लिए योजनाओं में सरकार ने अड़चन डाली। उनका कहना है कि उन्होंने कई प्रोजेक्ट सरकार को भेजे, लेकिन बजट जारी नहीं किया गया। गांव में बाईपास की मंजूरी हुई थी, लेकिन काम आज तक शुरू नहीं हुआ।
विकास पर खर्च की पूरी ग्रांट : दीपेंद्र
सांसद दीपेंद्र का कहना है कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र के गांव बाढसा में एम्स की स्थापना कराई थी, लेकिन सरकार 5 साल में वहां एक ही अस्पताल शुरू करवा पाई है, जबकि यहां 10 अस्पताल और बनने थे। उनका दावा है कि वे अपनी संसदीय ग्रांट क्षेत्र में खर्च कर चुके हैं। उन्होंने दावा किया कि सोनीपत-खरखौदा-सांपला बाईपास का काम उन्होंने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मिलकर शुरू करवाया। उनका कहना है कि रोहतक क्षेत्र से भाजपा के 3 बड़े मंत्री होने के बावजूद कांग्रेस के समय में मंजूर परियोजनाओं को सिरे नहीं चढ़ा पाए। प्रदेश सरकार ने केंद्र के दबाव में यहां के मंजूर प्रोजेक्ट गुजरात भेज दिये। उन्होंने दावा किया कि रोहतक-जींद मार्ग का शिलान्यास, रेवाड़ी-झज्जर-रोहतक रोड का काम, रोहतक-पानीपत रोड का काम, रोहतक शहर का रिंग रोड, दिल्ली-रोहतक 6 मार्गीय हाईवे, रेवाड़ी-झज्जर-रोहतक रेलवे लाइन को मंजूरी दिलाने का काम उन्होंने किया।
नहीं उठाई रोहतक की आवाज : कौशिक
बहादुरगढ़ के विधायक नरेश कौशिक का कहना है कि दीपेंद्र 5 साल में काम कराना तो दूर संसद में रोहतक की आवाज भी नहीं उठा पाये। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र ने 10 साल सांसद रहते हुए क्षेत्र के लोगों को निराश ही किया है।
बताएं कौन-सा काम करवाया : जयहिंद
आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नवीन जयहिंद का कहना है कि सांसद झूठ बोल रहे हैं। कांग्रेस शासनकाल में भी पीजीआई तक में सुधार नहीं हो पाया था। उन्होंने कहा कि सांसद बताएं कि उन्होंने कौन सा काम कराया। उन्होंने परिवार के सदस्यों के नाम पर पत्थर लगवाए और टोल टैक्स के रूप में हफ्ता वसूली शुरू करवाई।
लोगों को गुमराह किया : मनीष ग्रोवर
प्रदेश के सहकारिता मंत्री व रोहतक के विधायक मनीष ग्रोवर ने कहा कि सांसद दीपेंद्र ने सिर्फ लोगों को गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि सांसद जिन प्रोजेक्टों की बात कर रहे हैं, उनके लिए बजट नहीं दिया गया था। भाजपा ने सभी योजनाओं के लिए बजट देकर उन्हें सिरे चढ़ाया। सांसद को जबाव देना चाहिए कि उन्होंने खुला दरबार लगाकर लोगों की समस्याएं क्यों नहीं सुनीं। उन्होंने कहा कि दीपेंद्र को इस बार जमीनी हकीकत पता चल जाएगी।
सांपला नहीं बना पेरिस : धर्मबीर
भाजपा प्रदेश महामंत्री धर्मबीर हुड्डा का कहना है कि दीपेंद्र ने सांपला को पेरिस बनाने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने सांपला में कोई काम नहीं किया। 10 साल में वे पेरिस तो दूर बिजली-पानी उपलब्ध नहीं करा पाये। सेक्टर नहीं बनवा पाये, जबकि भाजपा ने 4 साल में यह सब करके दिखाया है।
खाली पड़ी आईएमटी
रोहतक आईडीसी के प्रधान श्रीकृष्ण खटौड ने कहा कि 5 साल में ओद्यौगिक क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ। आईएमटी खाली पड़ी है। उद्योग नहीं लगे। उन्होंने कहा कि सरकार की मदद के बिना सांसद ज्यादा कुछ नहीं कर सकते।