खराब आटे के थैले सिर पर रख पहुंचीं डीसी दरबार
कैथल में बृहस्पतिवार को खराब आटे के थैले सिर पर रख कर लघु सचिवालय पहुंची आंगनबाड़ी वर्कर्ज। -हप्र
कैथल, 3 अक्तूबर (हप्र)
आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए भेजे गए आटे में कीड़े मिलने से नाराज आंगनबाड़ी वर्कर सिर पर आटे की बोरियां रखकर लघु सचिवालय पहुंची। 4 गांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने डीसी के सामने आटे की बोरियां रख दी और उन्हें छलनी से निकालकर कीड़े दिखाए। डीसी ने तुरंत आंगनबाड़ी केंद्रों में पड़े आटे को वापस करने के आदेश दिए हैं। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने बाल कल्याण विभाग के अधिकारियों पर आरोप लगाया कि वे उन्हें इस आटे को महिलाओं व बच्चों को खाने के लिए देने पर मजबूर कर रहे हैं। डीसी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। बृहस्पतिवार को जगदीश पुरा, द्योरा, बुढ़ा खेड़ा व नौच की आंगनबाड़ी वर्कर सिर पर आटे के थैले रखकर लघु सचिवालय पहुंची। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने केंद्रों में भेजे गए आटे में पड़े कीड़े दिखाए। गांव द्योरा की आंगनबाड़ी वर्कर कमला ने बताया कि जब उन्होंने इसकी शिकायत आंगनबाड़ी सुपरवाइजर से की तो उनका कहना था कि जल्दी से इस आटे का स्टॉक हटा दिया जाए। कमला ने कहा कि वे इस आटे को बच्चों व गर्भवती महिलाओं को खिलाकर बीमार नहीं करना चाहती। जब सुपरवाइजर ने आटा बदलने से मना कर दिया तो वह आटे को लेकर डीसी के कार्यालय में पहुंची हैं।
आदेश न मानने पर होगी कार्रवाई
डीसी डॉ. प्रियंका सोनी का कहना है कि आंगनवाड़ी केंद्रों पर भेजे गए खराब आटे की शिकायत उन्हें पहले भी मिल चुकी है। उन्होंने तुरंत सभी केंद्रों से आटे को हटाने के आदेश दिए हैं। अगर कोई सुपरवाइजर जानबूझकर खराब आते हो केंद्रों से नहीं हटाता तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हर केंद्र में पड़ा है 50 किलो खराब आटा
गांव जगदीशपुरा की आंगनबाड़ी वर्कर कृष्णा ने बताया कि पहले उन्हें महिलाओं में बच्चों को खिलाने के लिए गेहूं दिया जाता था। अबकी बार पहली बार आटा भेजा गया है। हर केंद्र में 50 किलो आटा पड़ा है जिसमें कीड़े हैं। गांव नौच की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रामकली, बचन कौर व राजबाला ने कहा कि खराब आटे की शिकायत करने पर भी उसको आज तक बदला नहीं गया है। कई बार चावलों में भी अनाज के कीट आ जाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि आटा नहीं बदला गया तो वे आटे के साथ शहर मे प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगी।