कोरोना से लड़ने की बजाय प्रचार का भोंपू बजा रही भाजपा : हुड्डा
सिरसा के गांव गुडियाखेड़ा में बृहस्पतिवार को
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा पत्रकारों से बात करते हुए। – निस
नरेश जैन/निस
सिरसा, 11 जून
हरियाणा में भाजपा की ओर से 14 से 17 जून के बीच की जाने वाली राजनीतिक रैलियों पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता विपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने वार किया है। उन्होंने कहा कि यह समय कोरोना महामारी से लड़ने का है, न कि प्रचार का भोंपू बजाने का। इस लड़ाई में सरकार ने लापरवाही बरती तो हरियाणा में भी दिल्ली या मुंबई जैसे हालात हो सकते हैं। हुड्डा बृहस्पतिवार को गांव गुडियाखेड़ा में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजाना 300 से 400 कोरोना संक्रमितों के मामले सामने आ रहे हैं। हुड्डा ने कहा कि ऐसे में सरकार को अपनी पीठ थपथपाने और बीमारी को राजनीतिक इवेंट बनाने की बजाय, स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का वक्त राजनीति से ऊपर उठकर काम करने का है, फिर वे चाहे सरकार हो या विपक्ष। हुड्डा ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्रालय की गाइडलाइन में तमाम राजनीतिक, सामाजिक समारोहों, सेमिनार और बैठकों पर रोक है, बावजूद इसके भाजपा लोगों को एकत्रित करके उनकी जान से खिलवाड़ करेगी।
नेता विपक्ष ने कहा कि अगर भाजपा के पास खर्च करने के लिए इतना ही धन है तो उसे कोरोना की लड़ाई में इस्तेमाल करना चाहिए, न कि वर्चुअल रैलियों में। उन्होंने कहा कि अपनी उपलब्धियां गिनवाने से पहले सरकार को अपनी विफलताओं पर भी नजर डाल लेनी चाहिए। आज प्रदेश के युवा देश में बेरोजगारी की मार झेल रहे हैं। लंबे समय से भर्तियां लटकी हैं। स्वास्थ्य विभाग में कॉन्ट्रेक्ट पर लगे हजारों लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है। धान, सरसों, चना खरीद और शराब की अवैध बिक्री जैसे घोटाले हो रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी जांच कराने की बजाय, उनपर पर्दा डाल रही है। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश, विधायक अमित सिहाग, डा. केवी सिंह, पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिल्लाखेड़ा, रामनिवास घोडेला, होशियारी लाल शर्मा, मोहन खत्री समेत कई नेता मौजूद रहे।
ग्रीन राशनकार्ड धारकों को भी मिले फायदा
हुड्डा ने कहा कि हमने सरकार से पीले राशन कार्ड धारकों के साथ, ग्रीन राशन कार्ड धारकों को भी राशन देने की अपील की थी। लेकिन आज भी उन लोगों को राशन नहीं मिल पा रहा है। खाकी राशनकार्ड धारकों के लिए चीनी और सरसों का तेल आज तक किसी डिपो पर उपलब्ध नहीं हुआ है। यहां तक कि डिपो होल्डर्स के कमीशन का भुगतान भी कई महीने से लटका हुआ है।