सिंगापुर, 6 दिसंबर (एजेंसी)
फोर्ब्स ने एशिया के सबसे परोपकारी नायकों की सूची में भारत के अरबपति उद्योगपति गौतम अडाणी, शिव नादर और अशोक सूता के साथ-साथ मलेशियाई-भारतीय कारोबारी ब्रह्मल वासुदेवन और उनकी अधिवक्ता पत्नी शांति कंडिया को शामिल किया है। इस सूची का 16वां संस्करण मंगलवार को यहां जारी किया गया। फोर्ब्स ने बयान में कहा कि बिना किसी रैंकिंग वाली इस सूची में एशिया-प्रशांत क्षेत्र में परोपकारी कार्य करने में अग्रणी लोगों को शामिल किया जाता है।
अडाणी ने इस साल जून में 60 साल की उम्र पूरी होने पर 60 हजार करोड़ रुपये परमार्थ कार्यों पर खर्च करने की प्रतिबद्धता जताई थी। इसके बाद उन्हें इस सूची में शामिल किया गया है। यह पैसा स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और कौशल विकास पर खर्च किया जाएगा। परमार्थ कार्यों पर यह राशि अडाणी फाउंडेशन के माध्यम से खर्च की जाएगी। अडाणी फाउंडेशन का गठन 1996 में किया गया था। यह फाउंडेशन हर साल भारत में 37 लाख लोगों की मदद करता है।
एचसीएल टेक्नोलॉजीस के सह संस्थापक शिव नादर देश के प्रमख दानदाताओं में गिने जाते हैं। उन्होंने शिव नादर फाउंडेशन के माध्यम एक दशक के दौरान एक अरब डॉलर परमार्थ कार्यों में लगाए हैं। इस साल उन्होंने फाउंडेशन को 11,600 करोड़ रुपये का दान दिया है। फाउंडेशन की स्थापना 1994 में हुई थी। उन्होंने फाउंडेशन की मदद से कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की है।
प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज अशोक सूता ने चिकित्सा अनुसंधान क्षेत्र के न्यास को 600 करोड़ रुपये देने की प्रतिबद्धता जताई है। इस न्यास का गठन उन्होंने 2021 में किया था। क्वालालंपुर की निजी इक्विटी कंपनी क्रिएडर के संस्थापक एवं सीईओ मलेशियाई-भारतीय ब्रह्मल वासुदेवन और उनकी अधिवक्ता पत्नी शांति कंडिया क्रिएडर फाउंडेशन की मदद से मलेशिया और भारत में स्थानीय समुदायों को समर्थन देते हैं। इस साल मई में उन्होंने एक शिक्षण अस्पताल के निर्माण को 5 करोड़ मलेशियाई रिंगिट (1.1 करोड़ डॉलर) देने की प्रतिबद्धता जताई है।