अंकारा, 29 मई (एजेंसी) रजब तैयब एर्दोआन लगातार तीसरी बार तुर्किये के राष्ट्रपति चुने गये हैं। राष्ट्रपति पद के चुनाव के दूसरे निर्णायक दौर में उन्होंने 52 प्रतिशत से अधिक मत हासिल करके छह दलों के गठबंधन और मध्यमार्गी-वामपंथी मुख्य विपक्षी दल के उम्मीदवार कमाल केलिचडारोग्लू को हराया। इससे दो सप्ताह पूर्व, पहले दौर के चुनाव में वह जीत के लिए पर्याप्त बहुमत हासिल नहीं कर पाए थे, जिसके बाद दूसरे दौर का चुनाव कराना पड़ा। एर्दोआन 2028 तक सत्ता में रहेंगे। वह मार्च 2003 से अगस्त 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे और अगस्त 2014 से राष्ट्रपति हैं। उन्होंने इस्तांबुल में अपने आवास के बाहर अपने समर्थकों से कहा, ‘हमें उम्मीद है कि हम पिछले 21 साल की तरह इस बार भी आपके भरोसे पर खरे उतरेंगे।’ वहीं, केलिचडारोग्लू ने कहा कि यह ‘अब तक का सबसे अन्यायपूर्ण चुनाव रहा’ जिसमें सभी सरकारी संसाधन एर्दोआन की मदद में लगाए गए। उन्होंने अंकारा में कहा, ‘हम तब तक संघर्ष जारी रखेंगे, जब तक हमारे देश में असली लोकतंत्र स्थापित नहीं हो जाता।’ इस तीसरे कार्यकाल में एर्दोआन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी अधिक मजबूत होंगे और चुनाव परिणाम का असर देश के बाहर भी महसूस किया जाएगा। तुर्किये यूरोप और एशिया दोनों के लिए अहम है। यह उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
मोदी ने दी बधाई : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समेत दुनिया भर के नेताओं ने एर्दोआन को पुन: राष्ट्रपति चुने जाने पर बधाई दी। मोदी ने ट्वीट किया, ‘तुर्किये का राष्ट्रपति पुन: चुने जाने पर रजब तैयब एर्दोआन को बधाई। मुझे भरोसा है कि वैश्विक मामलों पर हमारे द्विपक्षीय संबंध और सहयोग आगामी समय में विकसित होना जारी रहेंगे।’