चंडीगढ़, 3 मई (ट्रिन्यू)
हरियाणा के विभिन्न गांवों के सरपंचों ने अपनी मांगों को लेकर सीएम नायब सिंह सैनी से मुलाकात की। इस दौरान उनकी मांगों व समस्याओं को सुनते हुए सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया। अधिकांश मांगों पर सहमति बन गई है। लोकसभा चुनाव की वजह से आदर्श आचार संहिता लागू होने से उनकी मांगों को फिलहाल लागू नहीं किया जा सकता। ऐसे में सरपंचों को आश्वासन दिया है कि 4 जून के बाद एक-एक करके उनकी मांगों की घोषणा करके लागू किया जाएगा।
बातचीत के बाद संतुष्ट नजर आए सरपंचों ने कहा कि मुख्यमंत्री के साथ उनकी वार्ता सकारात्मक रही है। मुलाकात के दौरान सीएम ने कहा कि सरपंचों की मांगें सरकार के पास पहले से ही विचाराधीन हैं। संबधित विभाग द्वारा एक-एक मांग पर सकारात्मक कार्रवाई की जा रही है। नायब सिंह ने कहा कि आचार संहिता के चलते सरकार मांगों पर कोई निर्णय नहीं ले सकती। सरपंचों की सभी मांगों पर सहमति बन चुकी है और 4 जून के बाद मांगों को पूरा किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में पंचायतीराज व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। पिछले 10 साल में अभूतपूर्व विकास कार्य हुए हैं। उन्होंने सरपंचों का आह्वान किया कि वे सभी मिलकर चलें, जिससे गांवों में बेहतर विकास कार्य हो सकें। सैनी ने कहा कि कुछ लोग केवल अपनी राजनीति चमकाने में लगे हैं। ऐसे लोगों को झांसे में न आएं। जनप्रतिनिधि पंचायत में विकास योजनाओं को पूरी ईमानदारी और कर्तव्य निष्ठा के साथ धरातल पर उतारने का काम करें, जिससे उसका लाभ ग्रामीणों को मिल सके।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास गांव को मजबूत बनाना है। साथ ही, मुख्यमंत्री ने सरकार के कार्यों को जनता के बीच ले जाने के लिए उन्हें प्रेरित भी किया। सरपंच प्रतिनिधियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने हमारी बातों को ध्यान से सुना। आचार संहिता हटने के बाद और तेजी के काम करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आचार संहिता हटने के बाद उनकी मांगों पर फैसला होगा। बैठक में दूनी चंद (प्रधान बाबैन), बसंत राम उमरी (सरपंच प्रतिनिधि), जीत सिंगला (सरपंच बाबैन), जितेंद्र खैहरा (जिला प्रधान सरपंच एसोसिएशन कुरुक्षेत्र) सहित दर्जनों सरपंच और पंचायत पदाधिकारी मौजूद रहे।