कैथल, 17 अप्रैल (हप्र)
कबूतरबाजी की मार्फत विदेश भेजने के नाम पर रुपए हड़पने वाले आरोपियों के एक मामले की जांच इक्नॉमिक सैल प्रभारी इंस्पेक्टर राजकरण की अगुवाई में एएसआई राजकुमार की टीम द्वारा करते हुए मल्लेवाला जिला सिरसा निवासी गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि भागल निवासी धर्मबीर की शिकायत के अनुसार उसके बेटे विकास को वह आइलेट्स करवाकर विदेश भेजना चाहता था। उसने कई आसपास के आइलेट्स सेंटरों में विदेश भेजने बारे संपर्क किया। इस दौरान वह अपने एक दोस्त से मिला। उसके दोस्त ने एजेंट सिरसा के मल्लेवाला निवासी गुरप्रीत से मिलवाया। गुरप्रीत ने शिकायतकर्ता को बताया कि बच्चा आइलेट्स के चक्कर में पड़ेगा तो एक साल बर्बाद हो जाएगा। वह उसके बेटे को सीधा अमेरिका का पढ़ाई स्तर पर साक्षात्कार करवाकर वीजा लगवा देगा। इस काम पर 45 लाख रुपये खर्च आएंगे।
वह उसकी बातों में आ गया और रुपये देने शुरू कर दिए। पहली बार में शिकायतकर्ता ने दो लाख 50 हजार रुपये दे दिए। फिर 01 अक्तूबर 2021 को 10 दस लाख रुपये आरोपी गुरप्रीत को दे दिए। आरोपी ने उसे बताया कि दुबई का वीजा लगा है। वहीं से सीधा अमेरिका भेज देंगे। 17 अक्तूबर 2021 को उसकी फ्लाइट है। उसका लड़का दिल्ली से 17 अक्तूबर को दुबई पहुंच गया। इसके बाद उसके लड़के को पांच नवंबर 2021 को साउथ अफ्रीका टोगो भेज दिया। वहां से आरोपी गुरप्रीत एजेंट से मिलकर दोबारा से दुबई ले लाया। साउथ अफ्रीका व दुबई में सात महीने तक उसके बेटे को रखा गया। वहां उसे झूठ बोला कि अमेरिका का वीजा आ गया है। इसके बाद दुबई के एजेंटों ने एयरपोर्ट पर उसके लड़के को छोड़ दिया, जहां जांच अधिकारियों ने एयरपोर्ट पर उसे पकड़ लिया और जेल में डाल दिया। इसके बाद आरोपियों ने उससे उसके बेटे की रिहाई के लिए 6 लाख रुपये वसूले। पांच महीने तक उसके बेटा दुबई की जेल में रहा।
शिकायतकर्ता ने बताया कि इसके बाद उसके ताऊ ने दुबई में पहुंचकर बेटे के कागज दिखाकर जेल से बाहर निकलवाया। तीनों आरोपियों ने उसे कई बार में 30 लाख 27 हजार 500 रुपये ठग लिए। इसके बाद आरोपियों से पैसे वापस मांगे तो उनके पैसे भी नहीं लौटाए। इस बारे थाना चीका में मामला दर्ज किया गया। उक्त मामले में एक आरोपी पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।