चरखी दादरी, 17 अप्रैल (हप्र)
सरसों खरीद के दौरान आढ़तियों से 5 प्रतिशत जीएसटी भरवाने को लेकर आढ़तियों में लगातार रोष देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां आढ़तियों ने जीएसटी के विरोध में खरीद बंद कर रखी है वहीं दूसरी ओर बुधवार को आढ़तियों ने मंडी गेट पर ताला जड़कर आवक भी बंद कर दी है।
आढ़तियों की जहां मार्केट कमेटी कार्यालय में मंडी अधिकारियों से कहासुनी हुई वहीं उन्होंने जमकर बवाल काटा। साथ ही कड़े शब्दों में उनकी मांग पूरी होने से पहले खरीद नहीं करने की चेतावनी दी है जिससे गेहूं व सरसों की खरीद पर खतरा मंडाराने लगा है।
बता दें कि हैफेड खरीद एजेंसी द्वारा सरसों खरीद के दौरान आढ़तियों से पांच प्रतिशत जीएसटी भरवाई जा रही है जबकि चरखी दादरी जिले में आढ़ती लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। उसी को लेकर उन्होंने 9 अप्रैल से खरीद से किनारा कर लिया है। बुधवार को आढ़ती एसोसिएशन प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में मार्केट कमेटी कार्यालय पहुंचे आढ़तियों ने मंडी अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे कच्चे आढ़ती है और उन्हें केवल सवा प्रतिशत आढ़त मिलती है इसलिए वे जीएसटी भरने में पूरी तरह से असमर्थ है और खरीद नहीं करेंगे।
इसी दौरान वहां काफी गरमागर्मी देखने को मिली। अधिकारियों से बातचीत के बाद आढ़तियों में और अधिक गुस्सा देखने को मिला और उन्होंने मंडी गेट पर ताला जड़ दिया। प्रधान रामकुमार रिटोलिया ने कहा कि जब तक उनकी मांग नहीं मानी जाएगी वे खरीद नहीं करेंगे और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। गेट बंद करने के साथ ही चेतावनी दी गई कि वे किसी को अंदर नहीं आने देंगे।
वहीं बाढ़ड़ा अनाज मंडी प्रधान हनुमान शर्मा ने कहा कि पूरी एसोसिएशन एकजुट है और बाढ़ड़ा में भी खरीद नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार उनकों पूरा हक दे यदि उन्हें ढाई प्रतिशत आढ़त दी जाए तो वे जीएसटी भी भर देंगे लेकिन वे हैफेड के सहायक के रूप में कार्य कर रहे हैं और उन्हें केवल सवा प्रतिशत आढ़त दी जा रही है।
बाढ़ड़ा की अनाजमंडी फुल, बस स्टैंड पर डलवाया गेहूं
बाढड़ा में गेहूं व सरसों की सुचारू व उठान नहीं होने के कारण आढ़तियों व किसानों के साथ आमजन को भी परेशानियां झेलनी पड़ रही है। बाढ़ड़ा की मंडी में जगह कम होने के कारण बस स्टैंड में गेहूं डलवाया जा रहा है, वहां भी जगह कम पड़ती नजर आने लगी है और बस स्टैंड पर लगाई गई कुर्सियों व टिकट बूथों तक गेहूं पहुंचने से पूरी तरह से अव्यस्था है। हालात ऐसे हो गए हैं कि बस स्टैंड परिसर में लोगों के बैठने के लिए लगाई कुर्सियों व टिकट बूथों तक गेहूं की ढेरियां लगी हैं। बाढ़ड़ा अनाज मंडी में सरसों की बंपर आवक होने व उठान समय पर नहीं होने के कारण मंडी सरसों से अटी पड़ी है। मंडी में जगह नहीं बचने के कारण गेहूं को बस स्टैंड परिसर में डालने का निर्णय लिया गया था। लेकिन बस स्टैंड परिसर में आज गेहूं डालते दूसरा ही दिन है और आलम ये है कि बस स्टैंड परिसर में बसें
खड़ी करने के लिए जगह कम
पड़ने लगी है और नाइट करने वाली बसों को साथ लगते पीएचसी में खड़ा करना पड़ा। वहीं गेहूं की अभी खरीद शुरू भी नहीं हो पाई है जिसके चलते खरीद से पहले उठान संभव नहीं है जिसके चलते समस्या और अधिक विकट होती दिखाई दे रही है।