चंडीगढ़, 17 अप्रैल (ट्रिन्यू)
कनीना (महेंद्रगढ़) में हुए स्कूल बस हादसे के बाद शिक्षा विभाग ने प्राइवेट स्कूलों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। परिवहन और शिक्षा विभाग संयुक्त रूप से बसों की फिटनेस जांच रहा है तो अब मौलिक शिक्षा निदेशक ने गैर-मान्यता प्राप्त स्कूलों की रिपोर्ट तलब की है। मौलिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को लिखे पत्र में एमआईएस पोर्टल पर उपलब्ध राज्य में चल रहे मान्यता प्राप्त और गैर मान्यता प्राप्त स्कूलों की सूची मुख्यालय भेजने के निर्देश दिए हैं।
साथ ही, उन्हें निर्देश दिए हैं कि गैर-मान्यता प्राप्त स्कूल का एमआईएस पोर्टल बंद करते हुए उन विद्यालयों को बंद करने कार्रवाई भी करें। प्रदेशभर में 4500 निजी स्कूलों पर बंद होने की तलवार लटकी है। प्राइवेट स्कूल प्राइवेट संघ के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री नायब सैनी को ज्ञापन सौंपकर प्राइवेट स्कूल बंद न करने और स्थानीय मान्यता प्राप्त स्कूल को 10 साल बाद मान्यता रिव्यू मामले को निरस्त करने व स्कूली सोसायटियों पर लगाए जुर्माने को माफ करने की मांग की थी। अस्थाई मान्यता प्राप्त 327 स्कूलों को भी तभी नये सत्र में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी, जब वे शर्तों को पूरा करेंगे। शर्तें पूरी किए बगैर यदि कोई स्कूल संचालित हुआ तो हरियाणा स्कूल एजुकेशन रूल-2003 के अनुसार, इसे अपराध माना जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।