ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 24 जनवरी
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम निवासी जवाहर यादव को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्zwnj;टर का नया ओएसडी (विशेष कार्यकारी अधिकारी) नियुक्त किया है। जवाहर पहले ऐसे व्यक्ति हैं, जिनकी दूसरी बार सीएमओ में एंट्री हो रही है। वे खट्zwnj;टर पार्ट-1 में भी सीएम के ओएसडी रह चुके हैं। मंगलवार को मुख्य सचिव संजीव कौशल ने जवाहर यादव के नियुक्ति आदेश जारी किए। माना जा रहा है कि उनकी ताजपोशी सीएम के प्रिंसिपल ओएसडी रहे नीरज दफ्तुआर के स्थान पर हुई है। नीरज ने पिछले साल अक्तूबर में सीएमओ को अलविदा बोल दिया था। उनके जाने के बाद से ओएसडी का पद खाली था। जवाहर यादव की गिनती सीएम के नजदीकियों में होती है। हालांकि पहले कार्यकाल में जवाहर यादव को प्रदेश के कई मंत्रियों व विधायकों के विरोध के चलते सीएमओ से हटाना पड़ा था।
पिछले कुछ दिनों से जिस तरह से मुख्यमंत्री नियुक्तियां कर रहे हैं, उससे साफ है कि दिल्ली दरबार ने उन्हें ‘फ्री-हैंड’ दिया हुआ है। अब सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) के अलावा बोर्ड-निगमों व अन्य जगहों पर हो रही राजनीतिक नियुक्तियां आगामी विधानसभा चुनावों को देखते हुए की जा रही हैं। खुद जवाहर यादव बादशाहपुर हलके में काफी सक्रिय हैं। वे 2024 में यहां से विधानसभा चुनाव भी लड़ने के इच्छुक हैं। ऐसे मौके पर सीएमओ में उनकी एंट्री से उन्हें बड़ा राजनीतिक लाभ मिल सकता है। जवाहर यादव पहले कार्यकाल में जब सीएमओ से हटे तो मुख्यमंत्री ने उन्हें हाउसिंग बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त कर दिया था। हाउसिंग बोर्ड चेयरमैन का कार्यकाल पूरा होने के बाद वे लम्बे समय तक भाजपा संगठन में एक्टिव रहे। पार्टी ने उन्हें प्रवक्ता की जिम्मेदारी सौंपी हुई थी। माना जा रहा है कि सीएमओ में लटक रहे कार्यों को गति देने के लिए यादव को लगाया गया है।
इससे पूर्व सीएम पंचकूला के रहने वाले तरुण भंडारी को पब्लिक रिलेशन डिपार्टमेंट का पब्लिसिटी एडवाइजर लगा चुके हैं। माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में सीएमओ में सीएम के मीडिया एडवाइजर के अलावा कुछ अन्य अहम पदों पर भी नियुक्तियां हो सकती हैं। जवाहर यादव सरकार और संघ के साथ-साथ पार्टी के बीच भी कार्डिनेशन का काम देखेंगे। यादव के साथ सीएम की नजदीकियां भाजपा के सत्ता में आने से भी पहले की हैं।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में आने वाले दिनों में होने वाली नियुक्तियों को लेकर भी अंदरखाने मंथन चल रहा है। यमुनानगर के भी एक संघ पृष्ठभूमि के नेताजी की एंट्री होने के आसार हैं। खबरें इस तरह की भी हैं कि सीएमओ में होने वाली नियुक्तियों में मुख्यमंत्री अब किसी तरह का दखल भी नहीं चाहते हैं। पार्टी नेतृत्व भी पूरी तरह से उनके साथ नज़र आ रहा है।
पिछले दिनों नई दिल्ली में हुई भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारणी में सीएम के सिटिंग प्लान से भी उनका (मुख्यमंत्री) राजनीतिक कद बढ़ा हुआ नज़र आया। वे पहली पंक्ति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बैठे थे। और किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री को इस तरह से बैठने का मौका नहीं मिला। इतना ही नहीं, केंद्र सरकार ने जी-20 की भी कुछ बैठकों की मेजबानी हरियाणा को सौंपी है। इससे भी सीएम का कद दिल्ली में बढ़ा है।