करनाल 12 अगस्त (हप्र)
शहर के कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में प्लाज्मा बैंक की स्थापना हो गई है। कालेज के निदेशक डॉ. जगदीश दुरेजा ने बताया कि ऐसे कोविड मरीज जिन्हें ठीक हुए दो सप्ताह हो गए हों और उनमें एंटी बॉडी मौजूद हों, ऐसे व्यक्तियों का ब्लड लेकर उसमें से प्लाज्मा अलग किया जाएगा। इसके लिए 2 मशीनें हैं।
उन्होंने बताया कि सामान्य रक्त अधिकतम 3 सप्ताह तक रखा जा सकता है, जबकि प्लाज़्मा एक वर्ष तक स्टोर कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि एक डोनर से दान दिया गया प्लाज्मा दो कोरोना मरीजों को ठीक कर सकता है। डीसी निशांत यादव ने प्लाज़्मा बैंक की शुरुआत की और पहला प्लाज्मा देने वाले श्रवण बठला को बधाई दी। डीसी ने प्लाज्मा बैंक की स्थापना के लिए उपायुक्त ने मैडिकल कॉलेज के निदेशक के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, एसडीएम आयुष सिन्हा, केसीजीएमसी के निदेशक डॉ. जगदीश दुरेजा व ब्लड बैंक के प्रभारी डॉक्टर सचिन मौजूद रहे।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी के इलाज में प्लाज्मा थरैपी को कारगर माना जा रहा है। दिल्ली में भी कोरोना से जंग में इसके अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं। फरीदाबाद में भी कोरोना प्लाज्मा बैंक की स्थापना की जा चुकी है।