गुरुग्राम (हप्र) कोरोना की चपेट में आए एक और व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा संक्रमण के 64 और मामले सामने आए हैं। साथ ही 95 लोग बीमारी को मात देकर ठीक भी हो गए। अभी तक 125 लोगों की मौत कोरोना के कारण हो चुकी है। कोरोना संक्रमण के एक्टिव केसों की संख्या फिलहाल 725 है। इसमें से 547 लोगों को होम आइसोलेशन में रखा गया है। अभी तक 9 हजार 398 लोग संक्रमण से प्रभावित हुए हैं और इनमें से 8 हजार 548 लोग महामारी को मात देकर ठीक भी हो गए। 125 लोग कोरोना से जीत नहीं पाए। इन मृतकों में काफी ऐसे लोग भी हैं जो दूसरी बीमारियों से ग्रसित थे और बाद में कोरोना की चपेट में आ गए। स्वास्थ्य विभाग ने कई दिन बाद एक बार फिर संदिग्धों की सैंपलिंग बढ़ा दी। बीते 24 घंटे में 2719 लोगों की सैंपलिंग की गई। 1390 लोगों की सैंपल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। बुधवार को सामने आए मामलों में सबसे ज्यादा 20 नगर निगम जोन 3 इलाके की काॅलोनियों से संबंधित हैं। जबकि जोन 1 में 10, जोन 2 में 12 व जोन 4 में 10 मामले सामने आए हैं। इसी तरह पटौदी व फर्रूखनगर खंड के एक-एक जबकि सोहना में 10 कोरोना पाॅजिटिव लोग मिले हैं।
दूरदृष्टा, जनचेतना के अग्रदूत, वैचारिक स्वतंत्रता के पुरोधा एवं समाजसेवी सरदार दयालसिंह मजीठिया ने 2 फरवरी, 1881 को लाहौर (अब पाकिस्तान) से ‘द ट्रिब्यून’ का प्रकाशन शुरू किया। विभाजन के बाद लाहौर से शिमला व अंबाला होते हुए यह समाचार पत्र अब चंडीगढ़ से प्रकाशित हो रहा है।
‘द ट्रिब्यून’ के सहयोगी प्रकाशनों के रूप में 15 अगस्त, 1978 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दैनिक ट्रिब्यून व पंजाबी ट्रिब्यून की शुरुआत हुई। द ट्रिब्यून प्रकाशन समूह का संचालन एक ट्रस्ट द्वारा किया जाता है।
हमें दूरदर्शी ट्रस्टियों डॉ. तुलसीदास (प्रेसीडेंट), न्यायमूर्ति डी. के. महाजन, लेफ्टिनेंट जनरल पी. एस. ज्ञानी, एच. आर. भाटिया, डॉ. एम. एस. रंधावा तथा तत्कालीन प्रधान संपादक प्रेम भाटिया का भावपूर्ण स्मरण करना जरूरी लगता है, जिनके प्रयासों से दैनिक ट्रिब्यून अस्तित्व में आया।