चंडीगढ़, 1 अगस्त (ट्रिन्यू)
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने शनिवार को आरोप लगाया कि लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में हुए शराब घोटाले को दबाने का खेल खेला जा रहा है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से गठित एसईटी द्वारा जांच रिपोर्ट में सामने आई बातों के आधार पर कहा कि प्रतीत हो रहा है कि इस घोटाले में शामिल बड़े आरोिपयों को बचाया जा रहा है। उन्होंने शराब घोटाले की जांच पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में कराने की मांग की।
शनिवार को जारी बयान में सैलजा ने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में भ्रष्टाचार के रिकार्ड टूट रहे हैं। इस सरकार में हो रहे घोटालों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान राज्य में जमकर लूट मची और घोटालों को अंजाम दिया गया।
सैलजा ने कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाउन के बीच हुए शराब घोटाले पर पर्दा डालने की साजिश के तहत ही इसकी जांच के लिए एसआईटी को खारिज कर एसईटी (स्पेशल इंक्वायरी टीम) का गठन किया गया, जबकि एसआईटी इस घोटाले की तह तक जाकर पड़ताल कर सकती थी। जिस एसईटी का गठन किया गया, उसके पास इस घोटाले की तह तक जाने वाली शक्तियां ही नहीं थी। उन्होंने पूछा, जब इस टीम के पास घोटाले की जांच के लिए पूरी शक्तियां ही नहीं थी तो यह टीम किस बात की जांच कर रही थी। सरकार की शुरुआत से ही मंशा नहीं रही कि घोटाले का पूरा सच सामने आ सके।
आबकारी विभाग ने जानकारी तक नहीं दी
सैलजा ने कहा कि आबकारी विभाग ने इस घोटाले में एसईटी द्वारा मांगी गई जानकारी तक नहीं मुहैया कराई। प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि शराब घोटाले की परतें उजागर हो चुकी हैं, लेकिन इस घोटाले के बड़े चेहरों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस जांच टीम का गठन प्रदेशवासियों के साथ सरकार का छलावा था। प्रदेशवासियों की आंखों में धूल झोंकने के लिए सरकार द्वारा घोटाले की जांच के नाम पर सिर्फ दिखावा किया गया।