आदित्य शर्मा/नस
चंडीगढ़/पंचकूला, 1 अगस्त
सोशल डिस्टेंसिंग को नजरअंदाज करना अब पंचकूला शहर में ही नहीं बल्कि ग्रामीणों को भारी पड़ रहा है। पूरे जिले में शहर के साथ ग्रामीण इलाकों में भी संक्रमितों के कई मामले सामने आने के बाद लोगों में भय का माहौल पनप चुका है। शनिवार को पंचकूला में एक बार फिर कोरोना का कहर देखने को मिला। जिले में एकसाथ 38 नये मामले सामने आये, जिनमें आईटीबीपी के 5 जवान शामिल हैं।
पिंजौर स्थित पिछले महीने आईटीबीपी कैंप में मिले पॉजिटिव केसों के बाद लगातार स्थिति
खराब होती जा रही है। आईटीबीपी की भानू के ट्रेनिंग कैंपस में भी खतरा पैदा हो गया है। स्वास्थ्य विभाग ने आईटीबीपी में स्क्रीनिंग तेज कर दी है।
इन गांवों में बढ़ा खतरा
जिले के गांवों कुंडी में आज 29 साल की महिला, खेड़ी में 33 साल का युवक, हंगोली में 33 साल का युवक, रायपुररानी में 50 साल की महिला और 26 वर्षीय युवक, गांव टपरियां में 55 वर्षीय पुरुष, गांव टोडा में 24 वर्षीय युवक, गांव टगरा में 35 वर्षीय युवक, रजीपुर में 23 वर्षीय महिला और 13 साल का बच्चा, गांव मड़ांवाला में 18 साल का युवक, गांव वासुदेवपुरा में 24 साल वर्षीय युवती, नवांनगर में 65 वर्षीय महिला संक्रमित पाए गए।
कोरोना के घेरे में ये सेक्टरवासी
सेक्टर 15 में पुरुष, सेक्टर 21 में 28 साल का पुरुष, सेक्टर 12ए में 34 वर्षीय, सेक्टर 4 में 40 वर्षीय युवक, एमडीसी में 87 वर्षीय पुरुष और 45 वर्षीय महिला जबकि एमडीसी-4 में 70 साल का बुजुर्ग, पिंजौर में 39 साल का युवक, कालका में 18 और 30 साल के दो युवक शामिल हैं। फिलहाल 191 सैंपलों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। जिले में अब तक 599 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 301 एक्टिव केस हैं।