चंडीगढ़, 16 सितंबर (एजेंसी)
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरेंद्र सिंह ने बुधवार को कहा कि केंद्र के कृषि संबंधी विधेयकों के खिलाफ प्रदर्शन करने पर किसानों के खिलाफ दर्ज किये गये मामले वापस लिये जायेंगे लेकिन उन्होंने उनसे अब सड़कें जाम नहीं करने की अपील की। उन्होंने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 का उल्लंघन करने को लेकर कोई मामला दर्ज नहीं किया जाएगा क्योंकि वे ‘अपने जीवन के लिए लड़ रहे’ हैं। कोरोना वायरस के चलते पूरे पंजाब में यह धारा लागू है जिसके तहत चार या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी है। मुख्यमंत्री ने किसानों से अपना प्रदर्शन केंद्र सरकार की दहलीज पर दिल्ली ले जाने की अपील की और उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस इस लड़ाई में उनका साथ देगी।
उधर पंजाब में कई स्थानों पर किसान संगठनों ने केंद्र सरकार की ओर से संसद में पेश किए गए ‘किसान विरोधी’ विधेयकों के खिलाफ बुधवार को प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि सरकार को इस विधेयक पर किसान समुदाय से सलाह-मशविरा करना चाहिए था।
पंजाब में फैल सकती है ‘अशांति’: मुख्यमंत्री
अमरेंद्र सिंह ने कहा कि संसद में पेश किए गए कृषि क्षेत्र से संबंधित विधेयकों से इस सीमावर्ती राज्य में ‘अशांति और असंतोष’ फैल सकता है, जो कि पहले ही पाकिस्तान द्वारा अशांति फैलाने की हरकतों से लगातार जूझ रहा है। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में राज्यपाल को ज्ञापन सौंपने के लिए कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई की और केन्द्र संसद में इन विधेयकों को आगे नहीं बढ़ाए, इस पर उनसे हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया।