करनाल/कुरुक्षेत्र/घरौंडा, 16 सितंबर (हप्र/निस)
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि भाजपा ने किसानों को बहकाने के लिये सांसदों की कमेटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि जो कमेटी गठित की गई है, उसे संवैधानिक अधिकार प्राप्त नहीं है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और प्रदेश के किसानों के बीच वार्ता विफल होने पर उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार किसानों के प्रति गंभीर नहीं है। उन्होंने पिपली में किसानों पर लाठीचार्ज और केंद्र सरकार द्वारा जारी किये अध्यादेशों पर विचार के लिये विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की।
हुड्डा बुधवार को किसानों और आढ़तियों की सुमस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना का फायदा उठाकर जन-विरोधी अध्यादेश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि इसे लेकर कोरोना से राहत मिलने के बाद कांग्रेस आंदोलन तेज करेगी। करनाल में अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन की तरफ से रजनीश चौधरी, सब्जी मंडी की तरफ से किशन सचदेवा, किसानों की तरफ से कर्मचंद चोचड़ा, जगमाल सिंह ने समस्याएं रखीं। इस दौरान पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, पूर्व मंत्री जयप्रकाश, विधायक बीबी बतरा, जिला संयोजक तरलोचन सिंह, पूर्व मंत्री भीम सेन मेहता, पूर्व विधायक नरेंद्र सांगवान मौजूद रहे।
कुरुक्षेत्र में हुड्डा ने किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि किसानों पर लाठीचार्ज की जांच हाईकोर्ट के सीटिंग जज से कराई जाए। इस माैके पर पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा तथा विधायक मेवा सिंह मौजूद रहे। इनेलो नेता अभय चौटाला पर उन्होंने कहा कि अभय भाजपा से मिले हुए हैं। घरौंडा की अनाज मंडी में किसानों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र के तीनों अध्यादेशों से मंडियां खत्म हो जाएंगी। इस मौके पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश