आदित्य शर्मा
चंडीगढ़/पंचकूला, 1 मार्च
चंडीगढ़ में सैकड़ों परिवार आज भी अपने बेटे या बेटी के लौटने का इंतजार कर रहे हैं। अपनों का बरसों से इंतजार कर रहे अभागे माता-पिता की आंखें पथरा गई हैं। दरवाजों और सूने रास्तों पर टकटकी लगाए बैठे परिवारों के इस दर्द को बांटने के लिए चंडीगढ़ पुलिस एक महीने के लिए विशेष अभियान छेड़ने जा रही है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर यूटी पुलिस उन गुम हुए बच्चों की तलाश में सोमवार से अभियान छेड़ चुकी है जो पिछले काफी समय से अपने घर नहीं लौटे हैं। बाल मजबूरी, भीख मांगने और मानव तस्करी में शामिल होने की आशंका को देखते हुए पुलिस इन मासूमों की तलाश में दूसरे राज्यों के रिकार्ड खंगालेगी। यह विशेष अभियान 31 मार्च तक जारी रहेगा। यूटी पुलिस में महिला एवं अपराध शाखा के डीएसपी चरण सिंह विर्क इस पूरे अभियान का नेतृत्व करेंगे। विर्क का कहना है कि इस अभियान को सफल बनाने और गुमशुदा बच्चों की तलाश में यूनिट के साथ 15 टीमें गठित की गई हैं जो संदिग्ध हालात में या फिर मां-बाप से बिछुड़ चुके बच्चों की तलाश करेंगी।
सक्रिय हैं मानव तस्करी के गिरोह
पुलिस सूत्रों की माने तो देश के कई राज्यों में मानव तस्करी कर रहे गिरोह काफी सक्रिय हैं। मानव तस्करी में बालक-बालिकाओं से जबरन मजदूरी करवा कर ऐसे गिरोह चांदी कूट रहे हैं।