नंदीग्राम, 18 जनवरी (एजेंसी)
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी लड़ाई को राजनीतिक दिग्गज शुभेंदु अधिकारी के गढ़ में ले जाते हुए सोमवार को घोषणा की कि वह वहां से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ेंगी। अधिकारी हाल ही में तृणमूल छोड़कर भाजपा में शामिल हो गये थे। ममता ने यहां एक रैली में कहा कि दूसरे दलों में जाने वालों को लेकर उन्हें कोई चिंता नहीं क्योंकि जब तृणमूल कांग्रेस बनी थी, तब उनमें से कोई साथ नहीं था। ‘मैंने हमेशा से नंदीग्राम से विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत की है। यह मेरे लिए भाग्यशाली स्थान है।
इस बार, मुझे लगा कि यहां से विधानसभा चुनाव लड़ना चाहिए। मैं प्रदेश पार्टी अध्यक्ष सुब्रत बख्शी से इस सीट से मेरा नाम मंजूर करने का अनुरोध करती हूं।’
मंच पर मौजूद बख्शी ने तुरंत अनुरोध स्वीकार कर लिया। नंदीग्राम विशेष आर्थिक क्षेत्र के निर्माण के लिए तत्कालीन वाम मोर्चा सरकार के ‘जबरन’ ‘जमीन अधिग्रहण के विरूद्ध विशाल जनांदोलन का केंद्र था। आंदोलन के चलते ही बनर्जी और उनकी पार्टी उभरी एवं 2011 में तृणमूल कांग्रेस सत्ता में पहुंचीं और 34 साल के वाम शासन पर विराम लगा था। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यदि संभव हुआ तो मैं भवानीपुर और नंदीग्राम दोनों जगहों से चुनाव लडूंगी। यदि मैं भवानीपुर से चुनाव नहीं लड़ पायी तो कोई और वहां से चुनाव लड़ेगा।’
चुनौती स्वीकार
कोलकाता : भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने उनकी विधानसभा सीट नंदीग्राम से चुनाव लड़ने की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा दी गयी चुनौती सोमवार को स्वीकार कर ली और कहा वह चुनाव में उन्हें हरायेंगे, वरना राजनीति छोड़ देंगे। हालांकि पूर्व तृणमूल नेता ने कहा कि उम्मीदवारों पर आखिरी निर्णय भाजपा नेतृत्व विस्तृत चर्चा के बाद लेगा, न कि जैसे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस में मनमाने तरीके से होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि बनर्जी नंदीग्राम के लोगों की भावनाओं के साथ खेल रही हैं लेकिन ‘इस बार यह काम नहीं करेगा और उनकी पार्टी लोकतांत्रिक ढंग से बंगाल की खाड़ी में फेंक दी जाएगी।’
भाजपा के रोड शो पर पत्थरबाजी
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की राजधानी के दक्षिणी हिस्से में सोमवार शाम को उस समय माहौल तनावपूर्ण हो गया जब रासविहारी एवेन्यू और चारु मार्केट इलाके के बीच चल रहे भाजपा के रोड शो के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं पर तृणमूल कांग्रेस का झंडा लिए कुछ अज्ञात अपद्रवियों ने पत्थरबाजी कर दी। इसकी वजह से रोड शो का समापन टॉलीगंज ट्राम डिपो पर ही कर दिया गया। रासबिहारी एवेन्यू को अक्सर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के घर के पीछे का आंगन कहा जाता है। भाजपा की रैली का नेतृत्व पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और वरिष्ठ नेता शुभेन्दु अधिकारी कर रहे थे। अधिकारी हाल ही में तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए हैं। हमले ने नाराज भाजपा कार्यकर्ताओं ने उपद्रवियों का पीछा किया जो आसपास की गलियों में भाग गए। इसके बाद भगवा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इलाके में खड़ी कुछ मोटरसाइकिलों और दुकानों में तोड़फोड़ की। राज्य सरकार में मंत्री अरूप बिश्वास ने भी मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया।