रोहतक, 18 जनवरी (हप्र)
ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी इंप्लाइज फेडरेशन बैनर तले प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों ने रोष प्रकट करते हुए सरकार को चेताया कि जल्द सरकार विश्वविद्यालय से एचआरएमएस लागू करने का तुगलकी फरमान वापस ले, जिससे विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े। फेडरेशन ने एक सुर में कहा कि अगर सरकार विश्वविद्यालय में ऑनलाइन कार्य पद्धति विकसित करना चाहती है तो प्रत्येक विश्वविद्यालय का स्वायत एचआरएमएस पोर्टल स्थापित किया जाए। उन्होंने मांग की कि एचआरएमएस के खिलाफ यूनिवर्सिटी से आदेश वापस लिया जाए नहीं तो विश्वविद्यालय कर्मचारी आंदोलन करेंगे। यह सब बातें विश्वविद्यालय कर्मचारियों ने महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रांतीय महासम्मेलन में कही। सम्मेलन का संयोजन मदवी गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान रणधीर कटारिया व अध्यक्षता ऑल हरियाणा यूनिवर्सिटी फेडरेशन के चेयरमैन दयानंद सोनी ने की। मदवि कर्मचारी संघ के महासचिव रविंदर लोहिया ने सभी विश्वविद्यालयों का साझा मांग पत्र रखा, जिसे सर्वसम्मति से पारित किया गया। सम्मेलन में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लांबा विशेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में प्रदेश के समस्त विश्वविद्यालयों से शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। यूनिवर्सिटी फेडरेशन के चेयरमैन दयानंद सोनी और सम्मेलन के संयोजक रणधीर कटारिया ने बताया कि विश्वविद्यालय कर्मचारी कार्यकारी परिषद व वित्त परिषद में विश्वविद्यालय शिक्षक व गैर शिक्षक कर्मचारी संघ प्रधान व महासचिव को स्थाई सदस्य बनाया जाए। इस मौके पर मदवि के शिक्षक संघ के प्रधान विकास सिवाच, स्वास्थ्य विश्वविद्यालय के प्रधान तारीफ सिंह, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के प्रधान दिनेश राहड, केयू के नीलकंठ, गुरु जंभेश्वर के प्रधान राज भारती व अन्य विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।