दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 9 सितंबर
अहीरवाल की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पिछले महीने केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव अहीरवाल में 2 दिन की ‘जन-आशीर्वाद यात्रा’ निकाल चुके हैं। केंद्रीय मंत्री व गुरुग्राम सांसद राव इंद्रजीत सिंह और उनके समर्थकों ने भूपेंद्र यादव के कार्यक्रमों से दूरी बनाकर रखी। अब ‘रामपुरा हाउस’ यानी राव इंद्रजीत शहीदी दिवस के बहाने 23 सितंबर को शक्ति प्रदर्शन करेंगे। दक्षिण हरियाणा की सियासत में ‘रामपुरा हाउस’ का वर्चस्व है। सत्तारूढ़ भाजपा भी इस बात को बखूबी जानती है कि इस क्षेत्र में एक दर्जन से अधिक विधानसभा हलकों में इंद्रजीत सिंह का प्रभाव है। 2014 में पहली बार पूर्ण बहुमत से सत्ता में आई भाजपा को चंडीगढ़ तक पहुंचाने में अहीरवाल बेल्ट की बड़ी भूमिका रही। 2019 में लगातार दूसरी बार भाजपा अहीरवाल के
बूते सत्ता तक पहुंची। अमर शहीद राव तुलाराम यादव महासभा, झज्जर द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।
समारोह में सहकारिता मंत्री बनवारी लाल, राज्यमंत्री ओमप्रकाश यादव, भिवानी-महेंद्रगढ़ सांसद धर्मबीर सिंह, सोनीपत सांसद रमेश चंद्र कौशिक, राज्यसभा सदस्य डीपी वत्स, गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला, अटेली विधायक सीताराम, कोसली विधायक लक्ष्मण यादव, सोहना विधायक संजय तंवर तथा भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य आरती राव बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे।
हर साल होता है आयोजन
शहीद राव तुलाराम के वंशज राव इंद्रजीत लंबे समय तक कांग्रेस में रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए । भाजपा से वे लगातार दूसरी बार गुरुग्राम से लोकसभा चुनाव जीते हैं और केंद्र में मंत्री हैं। शहीदी दिवस पर 23 सितंबर को वे हर साल आयोजन करते हैं। पिछले साल कोरोना की वजह से कार्यक्रम को स्थगित कर दिया था। इससे पहले हुए शहीदी दिवस समारोह में केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह बतौर मुख्यातिथि आए थे। इस बार 23 को झज्जर के पाटौदा खेड़ा गांव में मनाए जाने वाले प्रदेश स्तरीय शहीदी दिवस समारोह में इंद्रजीत मुख्यातिथि होंगे। अध्यक्षता भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ करेंगे।